Edited By Pardeep,Updated: 05 Apr, 2019 12:17 AM
भारतीय रेलवे ने वर्ष 2018-19 के दौरान सुरक्षा के मोर्चे पर शानदार उपलब्धि हासिल की है। यह वर्ष रेल दुर्घटनाओं के हिसाब से सबसे सुरक्षित साल रहा। रेलवे मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे ने यह उपलब्धि पिछले पांच वर्षों में रेल परिचालन में सुरक्षा को...
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने वर्ष 2018-19 के दौरान सुरक्षा के मोर्चे पर शानदार उपलब्धि हासिल की है। यह वर्ष रेल दुर्घटनाओं के हिसाब से सबसे सुरक्षित साल रहा। रेलवे मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे ने यह उपलब्धि पिछले पांच वर्षों में रेल परिचालन में सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए लागू किए गए ठोस तथा व्यापक उपायों के कारण हासिल की है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘पीयूष गोयल ने रेलवे मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद सुरक्षा पर बल दिया और रेलवे प्रशासन को सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।’’ रेल दुर्घटनाओं में टकराव, पटरी से उतरना, रेलवे पटरियों को पार करने के दौरान होने वाली दुर्घटनाएं, ट्रेनों में आग लगना और कई अन्य दुर्घटनाएं शामिल हैं। वर्ष 1980-81 में 1130 रेल दुर्घटनाएं हुई थी जबकि वर्ष 2018-19 में घटकर 59 हुईं। इस तरह से वर्ष 1980-81 की तुलना में वर्ष 2018-19 में रेल दुर्घटनाओं में 94.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2017-18 में रेल दुर्घटनाओं में काफी गिरावट दर्ज की गयी थी। वर्ष 1981-82 में रेल दुर्घटनाओं में 658 लोगों की मौत हुई थी जबकि वर्ष 2018-19 में महज 37 लोगों की मौत हुई थी। इस तरह से वर्ष 1981-82 की तुलना में वर्ष 2018-19 में रेल दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या में 94.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इसी तरह से वर्ष 1981-82 में रेल दुर्घटनाओं में 1144 लोग घायल हुए थे जबकि वर्ष 2018-19 में रेल दुर्घटनाओं में महज 108 लोग घायल हुए थे। इस तरह से वर्ष 1981-82 की तुलना में वर्ष 2018-19 में रेल दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों की संख्या 90.6 प्रतिशत कम रही।