कोरोना की मार-महामारी के चलते 23 करोड़ भारतीय हुए गरीब, सबसे ज्यादा महिलाओं की गई नौकरी

Edited By Seema Sharma,Updated: 07 May, 2021 01:26 PM

23 crore indians become poor due to corona

देश अभी कोरोना की पहली लहर से उबरा भी नहीं था कि दूसरी लहर ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। साल 2020 में कोरोना और लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई थी। हालांकि सितंबर 2020 के आसपास जब कुछ ठीक होता नजर आया तो साल 2021 में एक बार फिर से...

नेशनल डेस्क: देश अभी कोरोना की पहली लहर से उबरा भी नहीं था कि दूसरी लहर ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। साल 2020 में कोरोना और लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई थी। हालांकि सितंबर 2020 के आसपास जब कुछ ठीक होता नजर आया तो साल 2021 में एक बार फिर से कोरोना की दूसरी लहर ने चिंता बढ़ा दी है। इसी बीच अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय का एक अध्ययन सामने आया है जिसमें बताया गया कि पिछले साल 2020 में 23 करोड़ भारतीय गरीब हुए। अध्ययन के मुताबिक ग्रामीण अंचल से ज्यादा गरीबी का सबसे ज्यादा असर शहरों में देखा गया। कोरोना के चलते 23 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी सीमा से भी नीचे आ गए हैं। ये आंकड़े अनूप सत्पथी कमेटी की 375 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी को आधार बनाकर निकाले गए। 

PunjabKesari

हर वर्ग पर पड़ा असर
अध्ययन के मुताबिक कोरोना का असर किसी एक पर नहीं बल्कि हर वर्ग पर पड़ा है। लेकिन यह गरीब परिवारों पर कहर की तरह टूटा। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल अप्रैल और मई में सबसे गरीब लोगों में से बीस फीसद परिवारों की आमदनी पूरी तरह खत्म हो गई। जो परिवार थोड़े धनवान थे, उनकी आमदनी पर पहले की तुलना में एक बड़े हिस्से का नुकसान हुआ। साल 2020 मार्च से लेकर अक्तूबर तक लगभग आठ महीने में हर परिवार को अपनी दो महीने की आमदनी गंवानी पड़ी। डेढ़ करोड़ ऐसे मजदूर  थे, जिन्हें पिछले साल के आखिर तक कोई काम ही नहीं मिला।

PunjabKesari

महिलाओं पर ज्यादा असर
पिछले साल सबसे ज्यादा महिलाओं को अपना रोजगार गंवाना पड़ा। लॉकडाउन के दौरान 47 फीसदी महिलाओं को परमानेंट अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।

PunjabKesari

15 करोड़ से ज्यादा लोग भुखमरी के कगार पर
कोरोना का इससे ज्यादा बुरा असर और क्या होगा कि लोगों को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पाई। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक दुनिया में 15 करोड़ से ज्यादा लोग भुखमरी की कगार पर आ गए। संयुक्त राष्ट्र की 55 देशों पर 2020 में तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के अपेक्षा 2020 में दो करोड़ नए लोग भुखमरी में शामिल हुए हैं। इनमें दो तिहाई लोगों की संख्या 10 देशों में हैं। इनमें कांगो, यमन, अफगानिस्तान, सीरिया, सूडान, इथोपिया, नाइजीरिया, सूडान, जिम्बाब्वे और हैती है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!