Edited By Yaspal,Updated: 20 Feb, 2020 06:34 PM
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना के अयस्क होने की संभावना है। खान अधिकारी के के राय ने बुधवार को यहां बताया की भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआइ) ने सोनभद्र के दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना का अयस्क होने का...
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना के अयस्क होने की संभावना है। खान अधिकारी के के राय ने बुधवार को यहां बताया की भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआइ) ने सोनभद्र के दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना का अयस्क होने का पता लगाया है। इससे करीब डेढ़ हजार टन सोना निकाला जा सकेगा। इसी तरह जीएसआइ ने 90 टन एंडालुसाइट, नौ टन पोटाश, 18.87 टन लौह अयस्क व दस लाख टन सिलेमिनाइट के भंडार की भी खोज की है।
गांव की पहाड़ियों के पास मिला सोने का भंडार
बता दें कि वर्ष 2005 से जीएसआई की टीम सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी। टीम ने गहन अध्ययन करने के बाद सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और वर्ष 2012 में इस बात की पुष्टि भी कर दी थी। टीम ने बताया था कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है। जीएसआई के अनुसार हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है।
दो गांव की 22 फरवरी तक होगी जियो टैगिंग
यूपी सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दें कि सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है। ई-टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने सात सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है। यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी, 2020 तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी।
जीएसआइ सूत्रों ने बताया कि सोनभद्र की सोन पहाड़ी पर 2943.26 टन सोना और हरदी ब्लॉक में 646.15 किलो सोने का भंडार है। इसी प्रकार पुलवार ब्लॉक में दो स्थानों पर 12.7 टन और 22.16 टन तथा सलइयाडीह ब्लॉक में 60.18 टन एंडालुसाइट का भंडार होने का पता लगाया है। पटवध ब्लॉक में 9.15 टन पोटाश व भरहरी ब्लॉक में 14.87 टन लौह अयस्क और छिपिया ब्लॉक में 9.8 टन सिलीमैनाइट के भंडार की खोज की गई है।