Edited By vasudha,Updated: 27 Sep, 2019 01:12 PM
इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना केरल के ममल्लपुरम जिले में सामने आई है। एक गरीब परिवार की नाबालिग छात्रा के साथ दो वर्षों तक 30 से ज्यादा लोग दुष्कर्म करते रहे। उसके साथ यह अत्याचार तब शुरू हुआ, जब वह दस वर्ष की थी...
नेशनल डेस्क: इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना केरल के ममल्लपुरम जिले में सामने आई है। एक गरीब परिवार की नाबालिग छात्रा के साथ दो वर्षों तक 30 से ज्यादा लोग दुष्कर्म करते रहे। उसके साथ यह अत्याचार तब शुरू हुआ, जब वह दस वर्ष की थी। इसका खुलासा पिछले सप्ताह हुआ, जब उसके स्कूल की ओर से एक काउंसलिंग का आयोजन हुआ।
इसमें एक काउंसलर के भरोसा देने पर बच्ची अपनी चुप्पी तोड़ी। पिछले शनिवार को प्रशासन ने बच्ची को शेल्टर होम में ले जाकर रखा है। पीड़िता को जब अधिकारी शेल्टर होम ले जा रहे थे तो उसने जाते-जाते दरवाजे पर 'सॉरी अम्मा' लिख कर अपनी मां से माफी मांगी।
काउंसलर ने बताया कि बच्ची को इससे गहरा मानसिक आघात पहुंचा है। बलात्कारियों में बच्ची के पिता का एक दोस्त भी है, जिसने सबसे पहले उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद वह शख्स लगातार अन्य लोगों को लेकर उसके घर आता था और दो वर्षों से यही सिलसिला चल रहा था। छात्रा ने पुलिस को बताया कि गरीबी के कारण पिता के दोस्त ने कुछ आर्थिक मदद दी थी। यह पूछने पर कि उसके साथ क्या हुआ, वह रोते हुए बताती है कि घर में बीमार दादी के इलाज के पैसे भी नहीं थे। घर का किराया देना भी मुश्किल हो गया था।
काउंसलर के मुताबिक पीड़िता को इस बात का मलाल भी है कि वह घर के खराब आर्थिक हालात के लिए खुद ही जिम्मेदार है। उसने कहा कि इसमें उसके मां-बाप की भी सहमति थी, और उसे डर था कि अगर उसने मुंह खोला तो पिता के जेल चले जाएंगे और मिल रही आर्थिक मदद भी बंद हो जाएगी। यह भी पता चला कि बेरोजगार पिता मां से भी वेश्यावृत्ति कराता था। बच्ची का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया है।