Edited By vasudha,Updated: 25 Dec, 2020 01:37 PM
जम्मू-कश्मीर में पहले जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में गुज्जर समुदाय के 38 लोगों को जीत मिली है जिसमें से 15 जनजातीय समुदाय की महिलाएं हैं। गुपकार घोषणापत्र गठबंधन ने पहले डीडीसी चुनाव में 110 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं भाजपा 75 सीटें जीत कर...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में पहले जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में गुज्जर समुदाय के 38 लोगों को जीत मिली है जिसमें से 15 जनजातीय समुदाय की महिलाएं हैं। गुपकार घोषणापत्र गठबंधन ने पहले डीडीसी चुनाव में 110 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं भाजपा 75 सीटें जीत कर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
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यहां चुनाव परिणाम की घोषणा मंगलवार को हुई। गुज्जर समुदाय के संगठन ट्राइबल रिसर्च एंड कल्चरल फाउंडेशन के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू संभाग में गुज्जर-बकरवाल समुदाय के सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवारों को जीत मिली है। आंकड़ों के अनुसार, ये सभी विजयी उम्मीदवार अलग-अलग पार्टियों के हैं लेकिन जीतने वालों में अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले ज्यादातर उम्मीदवार निर्दलीय हैं।
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अनुसूचित जनजाति पर शोध करने वाले डॉक्टर जावेद राही ने कहा कि गुज्जर समुदाय के पढ़े-लिखे युवक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले साल राजनीतिक आरक्षण लागू होने से ग्रामीण स्तर की इकाईयों में अनुसूचित जनजाति (गुज्जर-बकरवाल) समुदाय के ज्यादा लोगों का चुना जाना सुनिश्चित हुआ। आंकड़ों के अनुसार, गुज्जर समुदाय से जीत हासिल करने वालों में 82 फीसदी युवक हैं और पहली बार निर्वाचित हुए हैं। वहीं 37 फीसदी जनजातीय महिलाएं हैं और पर्वतीय तथा दूरदराज इलाकों से हैं।