Edited By vasudha,Updated: 21 Dec, 2019 09:44 AM
इंडिया गेट शुक्रवार शाम को ‘भारत मां के चार सिपाही...हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई’ व ‘संविधान के चार सिपाही, नफरत को तोड़ेंगे सिपाही’ के नारों से गूंज उठा। दरअसल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों द्वारा एनआरसी व सीएए का विरोध करते हुए...
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स) : इंडिया गेट शुक्रवार शाम को ‘भारत मां के चार सिपाही...हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई’ व ‘संविधान के चार सिपाही, नफरत को तोड़ेंगे सिपाही’ के नारों से गूंज उठा। दरअसल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों द्वारा एनआरसी व सीएए का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की जा रही थी। छात्रों ने अपने हाथों में तख्तियों को ले रखा था, जिनपर लिखा था कि हम हिंदूस्तानी एक हैं से नो टू सीएए-एनआरसी। इस दौरान छात्रों ने आरएसएस को तोड़ेंगे सिपाही के नारे भी लगाए।
जेएनयू छात्रों की संख्या धीरे-धीरे इंडिया गेट पर बढ़ती गई और छात्र केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ ‘सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है/देखना है जोर कितना बाजुएं कातिल में है’ व ‘लड़ते भी चलो-बढ़ते भी चलो, बाजू भी बहुत और सिर भी बहुत’ गाना गाते रहे। हालांकि छात्रों का यह प्रदर्शन बिल्कुल शांतिपूर्ण रहा जोकि जल्द ही खत्म भी हो गया। उनके इस प्रदर्शन में इंडिया गेट धूमने आए लोगों ने भी उनका साथ दिया और छात्रों के साथ गीत गाते दिखाई दिए।
वहीं कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन में भी लोग भारी संख्या में जुटे। हाथों में तिरंगा लेकर व तख्तियों पर साफ-साफ लिखा था कि वी लव सीएए और हम दिल्ली को सपोर्ट करते हैं। इन्हीं नारों के साथ बीच-बीच में भारत माता की जय और मोदी सरकार जिंदाबाद के नारे भी लग रहे थे। भारी भीड़ होने के बावजूद किसी तरह का विरोध का सामना आस-पास से गुजरने वालों को नहीं भुगतना पड़ा।
आप के पूर्व विधायक व भाजपा नेता कपिल मिश्रा भी इसमें अपने अन्य साथियों के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं, दरअसल उन्हें राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए गुमराह किया जा रहा है। उधर आरएसएस समर्थित भारत रक्षा मंच की ओर से सीएए का समर्थन करने के साथ ही देश भर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी)को लागू करने की मांग की।