Edited By Hitesh,Updated: 25 Nov, 2021 04:06 PM
त्रिपुरा में अगरतला नगर निगम (एएमसी) सहित 13 शहरी स्थानीय निकायों की 222 सीटों पर बुधवार सुबह मतदान शुरू होते ही बड़े पैमाने पर हिंसा के मामले सामने आए हैं। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार मतदान शुरू होने के बाद पहले तीन घंटों में करीब 26 प्रतिशत मतदान...
नेशनल डेस्क: त्रिपुरा में अगरतला नगर निगम (एएमसी) सहित 13 शहरी स्थानीय निकायों की 222 सीटों पर बुधवार सुबह मतदान शुरू होते ही बड़े पैमाने पर हिंसा के मामले सामने आए हैं। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार मतदान शुरू होने के बाद पहले तीन घंटों में करीब 26 प्रतिशत मतदान हुआ। विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सत्तारूढ़ दल भाजपा पर मतदाताओं को बूथों से बाहर निकालने, विपक्षी समर्थकों और मतदान एजेंटों को बूथों में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगा रहे हैं। कुछ वीडियो सामने आये हैं जिसमें भाजपा के कार्यकर्ता मतदाताओं के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) बटन दबा रहे हैं।
एएमसी के कुछ उम्मीदवारों को मतदान करने की अनुमति नहीं थी। एएमसी के वाडर् नंबर 13 और 40 के दो तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बूथ के अंदर नहीं जाने दिया गया और एएमसी के वार्ड नंबर 51 में भी उनके उम्मीदवार को पीटा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने एएमसी के कई सीटों से 44 युवकों को चुनाव कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एएमसी वार्ड नंबर पांच के तृणमूल उम्मीदवार श्यामल पाल ने आरोप लगाया है कि उनके कुछ मतदान एजेंटों और गैर भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस और चुनाव अधिकारी के मौजूदगी में पीटा गया। उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि भाजपा के गुंडों ने बुधवार रात वीआईपी इलाके में उनके आवास पर हमला किया और बाहर न निकलने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कल मोहनपुर और जिरानिया से बड़ी संख्या में बाहरी लोगों को मतदान कार्य में बाधा पहुंचाने के लिये लाया गया था।