Edited By Monika Jamwal,Updated: 22 Sep, 2018 02:58 PM
पुलिसकर्मियों की हत्याओं से कश्मीर घाटी में डर की एक लहर दौड़ गई है। पुलिस की नौकरी करने वालों में इसका खौफ साफ देखा जा रहा है और इसी कारण से कश्मीर के तीन जिलों से करीब 45 जवानों ने नौकरी छोड़ दी है।
श्रीनगर: पुलिसकर्मियों की हत्याओं से कश्मीर घाटी में डर की एक लहर दौड़ गई है। पुलिस की नौकरी करने वालों में इसका खौफ साफ देखा जा रहा है और इसी कारण से कश्मीर के तीन जिलों से करीब 7 जवानों ने नौकरी छोड़ दी है। शोपियां, कुलगाम और पुलवामा से संबंध रखने वाले जम्मू कश्मीर पुलिस के 45 जवानों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफ की घोषणाक की है।
जिन पुलिसकर्मियों ने नौकरी छोड़ी है उनकी पहचान इस तरह से हुई है-नवाज अहमद लोन निवासी तेनगाम कुलगाम, एसपीओ शब्बीर अहमद ठोर निवासी सामनू कुलगाम, एसपीओ तजाल्लाह हुसैन निवासी हीपोरा बटगुंड शोपियां, एसपीओ उमेर बशीर निवासी करपरन शोपियां, कांस्टेबल इरशाद अहमद बाबा निवासी डनगाम शोपियां और नसीर अहमद निवासी वहीबग पुलवामा।
गौरतलब है कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां से आतंकियों ने तीन पुलिसकर्मियों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी। शहीदों की पहचान फिरदौस अहमद कुचे, कुलवंत सिंह और निसार अहमद के रूप में की गई। उन्होंने एक पुलिसकर्मी को जिन्दा छोड़ दिया।