Edited By Yaspal,Updated: 07 Nov, 2020 05:24 PM
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामनगरी अयोध्या को एक बार फिर भव्य और दिव्य रोशनी सजाए जाने की तैयारियां हो रही हैं। दीपोत्सव में श्रीराम जन्मभूमि का समूचा परिसर दीपों की माला से जगमग नजर आएगा। दीपोत्सव में पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप...
नेशनल डेस्कः राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामनगरी अयोध्या को एक बार फिर भव्य और दिव्य रोशनी सजाए जाने की तैयारियां हो रही हैं। दीपोत्सव में श्रीराम जन्मभूमि का समूचा परिसर दीपों की माला से जगमग नजर आएगा। दीपोत्सव में पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्जवलित करने की व्यवस्था होगी।
दीपोत्सव के अवसर पर खुद मुख्यमंत्री योगी अयोध्या पहुंचेंगे। रामलला के दर्शन कर वहां भी दीपक जलाएंगे। रामनगरी में होने जा रहे चौथे दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी में शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा है। इस बार दीपोत्सव 11 से 13 नवंबर तक होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव के दौरान अयोध्या की भव्य सजावट की जाए। प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। जितने भी कार्यक्रम होंगे सभी में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। दीपोत्सव में पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्जवलित करने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव पर राम की पैड़ी के साथ सभी मठ मंदिरों व घरों में ऐसे दीप जलेंगे, जिससे भगवान राम की नगरी अयोध्या दीपा के प्रकाश से पूरी तरह से अलोकित हो जाए। सीएम योगी ने श्री रामजन्मभूमि, कनक भवन, राम की पैड़ी व हनुमान गढ़ी सहित सभी मंदिरों में बिजली की सजावट करने के निर्देश दिए हैं। पुलों व विद्युत पोल पर बिजली की झालर लगाने को कहा गया है।
अयोध्या में 11 नवम्बर व 13 नवम्बर को दीपोत्सव का आयोजन होगा। जिसमें 11 नवम्बर को भगवान राम के जीवन पर आधारित झांकी, 12 नवम्बर को रामकथा व 13 नवम्बर को दीपोत्सव का मुख्य आयोजन होगा। इस बार फिर से दिये जलाने का विश्व रिकॉर्ड बनेगा जो गिनीज बुक में दर्ज किया जायेगा, जब सरयू के घाट पर पांच लाख इक्यावन हजार दिये जलाये जायेंगे। पिछले साल साढ़े चार लाख दिये जलाये गये थे।