Edited By Parminder Kaur,Updated: 17 Aug, 2024 01:37 PM
अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 50 हजार घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत अब तक 13,400 लोगों ने इसमें रजिस्ट्रेशन कराया है।
नेशनल डेस्क. अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 50 हजार घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत अब तक 13,400 लोगों ने इसमें रजिस्ट्रेशन कराया है।
अयोध्या के दर्शन नगर में एनटीपीसी 40 मेगावाट सोलर एनर्जी का उत्पादन कर रहा है। यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी प्रवीण नाथ पांडे के अनुसार, अयोध्या को कुल 198 मेगावाट पावर की जरूरत है। इसमें से 50 मेगावाट की जरूरत सोलर एनर्जी से पूरी हो रही है।
पांडे ने बताया कि अगर किसी शहर की कुल पावर डिमांड का 10% सोलर एनर्जी से पूरी हो रही हो, तो उस शहर को सोलर सिटी का दर्जा मिल जाता है। इस हिसाब से अयोध्या को सोलर सिटी का दर्जा मिल चुका है। हालांकि, हमारा लक्ष्य है कि हर घर तक सोलर एनर्जी पहुंचे और इस दिशा में काम लगातार जारी है।
बता दें अयोध्या में 5 हजार आबादी वाले गांवों को सोलर विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार से 1 करोड़ का अनुदान मिला है। केंद्र सरकार की मॉडल सोलर विलेज योजना के तहत चयनित गांवों को सोलर विलेज के तौर पर तैयार किया जाएगा। इस योजना में, जो ग्रामीण सोलर पैनल लगवाएंगे, उन्हें सामान्य अनुदान के अलावा प्रति परिवार 10 हजार का अतिरिक्त अनुदान भी मिलेगा।
दर्शन नगर में एनटीपीसी का एक सोलर प्लांट 165 एकड़ में फैला हुआ है। इस प्लांट पर 200 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया था और यह प्लांट 40 मेगावाट सोलर पावर का उत्पादन कर रहा है।