1971 में देश को नोटबंदी की जरुरत थी: मोदी

Edited By ,Updated: 16 Dec, 2016 05:43 PM

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नोटबंदी पर सरकार और विपक्ष खुलकर आमने सामने आ गया है। कांग्रेस जहां विपक्षी दलों की अगुवाई कर रही है तो वहीं पीएम मोदी सरकार की तरफ से मोर्चा खोलकर सामने आ खड़े हुए हैं।

नई दिल्ली: नोटबंदी पर सरकार और विपक्ष खुलकर आमने सामने आ गया है। कांग्रेस जहां विपक्षी दलों की अगुवाई कर रही है तो वहीं पीएम मोदी सरकार की तरफ से मोर्चा खोलकर सामने आ खड़े हुए हैं। बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने विपक्ष और खासकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि उन्होने कहा कि नोटबंदी, कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का पहला कदम है। ये आखिरी कदम नहीं है। इस मौके पर प्रधानमंत्री प्रचंड प्रहार करते हुए दिखाई दिए, उन्होने खुले शब्दों में भ्रष्ट्राचारियों के साथ विपक्ष खड़ा बताया। उन्होने कहा कि पहली भ्रष्टाचार के खिलाफ इतना बड़ा कदम उठाया जा रहा है। लेकिन विपक्ष के कुछ लोग बेइमानों के साथ देने के लिए इक_ा हो रहे हैं।  

कांग्रेस खासतौर पर मोदी के सीधे निशाने पर रही। पीएम मोदी ने कहा कि 1971 में देश को नोटबंदी की जरुरत थी। तब से लेकर आजतक ये कदम नहीं उठाया गया। आज हमारी सरकार ने ये कदम उठा रही है। अगर फैसला ले लिया होता तो कितना नुकसान हुआ होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।  इस मौके पर उन्होने केजरीवाल से लेकर सीपीआई तक के सवालों के जवाब अपने अंदाज में दिया। 

 

सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के संदर्भ में पीएम ने कहा कि 16 दिसबंर 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था। तब विरोधी पक्ष ने किसी से कोई सबूत नहीं मांगा था। उल्लेखनीय है कि अरविंद केजरीवाल ने पाकिस्तान पर किए सर्जिकल स्ट्राइक दिखाने की बात कही थी।

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