Edited By Seema Sharma,Updated: 02 Feb, 2023 04:27 PM
सरकार ने गुरुवार को बताया कि पिछले करीब दो महीने में कम दृश्यता के कारण 64 हवाई जहाजों की आवाजाही रद्द की गई है। लोकसभा में गोपालजी ठाकुर के प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी दी।
नेशनल डेस्क: सरकार ने गुरुवार को बताया कि पिछले करीब दो महीने में कम दृश्यता के कारण 64 हवाई जहाजों की आवाजाही रद्द की गई है। लोकसभा में गोपालजी ठाकुर के प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी दी। सदस्य ने पूछा था कि क्या सर्दियों के दौरान दरभंगा हवाई अड्डे पर कम दृश्यता के कारण विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई। उन्होंने यात्रियों को हुई कठिनाइयों का ब्यौरा भी मांगा था।
इस पर सिंधिया ने कहा, ‘‘शीतकालीन अनुसूची 2022-23 के दौरान कम दृश्यता के कारण 64 हवाई जहाजों की आवाजाही (आगमन और प्रस्थान) रद्द की गई।'' नागर विमानन मंत्री ने बताया कि दरभंगा हवाई अड्डा, भारतीय वायु सेना के स्वामित्व के अंतर्गत आता है, इसका परिचालन भारतीय वायु सेना द्वारा ही किया जा रहा है और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण यहां सिविल एनक्लेव का रखरखाव करता है।
उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हवाई पट्टी का आधुनिकीकरण किए जाने की परियोजना के अंतर्गत एयरोनॉटिकल ग्राउंड लैंडिंग प्रणाली के साथ श्रेणी-2 से जुड़ी लैंडिग प्रणाली की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। सिंधिया ने कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा दंरभगा हवाई अड्डे पर रनवे, टैक्सी ट्रैक, रनवे के अंत तक सुरक्षित क्षेत्र, ब्लास्ट पैड के निर्माण के कार्य प्रारंभ किये गए हैं।
एयरलाइन तकनीकी खराबी
सरकार ने बताया कि पिछले वर्ष घरेलू विमानन कंपनियों को हवाई जहाजों के परिचालन संबंधी तकनीकी खराबी की 546 घटनाओं का सामना करना पड़ा। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन राज्य मंत्री वी के सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तकनीकी खराबी की इन घटनाओं में इंडिगो को 215 मामलों, स्पाइसजेट को 143 मामलों और विस्तारा को 97 घटनाओं का सामना करना पड़ा। नागर विमानन मंत्रालय द्वारा निचले सदन में पेश आंकड़ों के मुताबिक, एयर इंडिया को ऐसी 64 घटनाओं, गो फर्स्ट और आकाशा को क्रमश: 7 और 6 घटनाओं का सामना करना पड़ा। साल 2022 में दर्ज तकनीकी खराबी के मामलों में एयर एशिया में 8, एलायंस एयर में 3, फ्लाई बिग मे एक, ट्रू जेट में एक और ब्लू डार्ट एविएशन में एक घटनाएं दर्ज की गई। इसमें कहा गया है कि पिछले दो साल में विमानन कंपनियों को तकनीकी खराबी की 1,090 घटनाओं का सामना करना पड़ा।
विमानों से जुड़ी आठ घटनाएं आईं
पिछले साल उड़ान प्रशिक्षण संस्थानों के विमानों से जुड़े आठ हादसे सामने आए और इनमें से एक दुर्घटना के संबंध में जांच पूरी हो गई है। नागर विमानन राज्य मंत्री वी के सिंह ने लोकसभा में बताया कि 2022 में एफटीओ विमानों से जुड़े आठ हादसे सामने आए। विमान हादसों के संबंध में जांच ‘विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो' द्वारा की जाती है। मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बेंगलुरु में जाक्कुर एयरोड्रम पर 21 अप्रैल, 2022 को घटी घटना के मामले में जांच पूरी हो गई है। इस समय देश में 53 केंद्रों में 35 उड़ान प्रशिक्षण संस्थान (FTO) संचालित हैं जिन्हें नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने स्वीकृति दी है।