Edited By Pardeep,Updated: 22 Jul, 2022 07:34 AM
अगर आप माता वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं तो आपको पता होगा कि यात्रा पर्ची के बिना श्रद्धालुओं को बाणगंगा पर प्रवेश नहीं दिया जाता है यानी आपकी यात्रा का पहला पड़ाव यात्रा पर्ची
कटड़ा: अगर आप माता वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं तो आपको पता होगा कि यात्रा पर्ची के बिना श्रद्धालुओं को बाणगंगा पर प्रवेश नहीं दिया जाता है यानी आपकी यात्रा का पहला पड़ाव यात्रा पर्ची लेकर बाणगंगा से प्रवेश करना है लेकिन आने वाले समय में आपको दर्शन करने के लिए यात्रा पर्ची नहीं मिलेगी। जी हां, श्राइन बोर्ड यात्रा पर्ची की जगह नई तकनीक पर काम कर रहा है जिसके अमल में आने के बाद 60 साल से चली आ रही यात्रा पर्ची की परम्परा खत्म हो जाएगी।
भारी बारिश एवं भूस्खलन की आशकांओं के बीच प्रशासन द्वारा श्रीमाता वैष्णों देवी के नए मार्ग को यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है। नया यात्रा मार्ग बंद होने के कारण अद्र्ध कुमारी से भवन के बीच चलने वाली बैटरी कार सेवा को भी स्थगित किया गया है। इसी बीच खराब मौसम के कारण कटड़ा से सांझी छत की हैलीकॉप्टर सेवा भी स्थगित की गई है। माता के दर्शनों के लिए आने वाले यात्रियों को वर्तमान में पारंपरिक पुराने मार्ग पर ही जाने की अनुमति दी जा रही है।
अगस्त से शुरू होगा नया सिस्टम
दरअसल 1 जनवरी 2022 को भवन पर हुए हादसे के बाद श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। उनमें से यात्री पर्ची की बजाय नई तकनीक
युक्त रेडियो फ्रीक्वैंसी आइडैंटिफि केशन (आर.एफ. आई.डी.)सर्विस भी एक है। नई आर.एफ.आई.डी. सर्विस को अगस्त महीने से शुरू किया जाएगा।