Edited By Yaspal,Updated: 12 Jul, 2019 06:05 PM
जनसंख्या दिवस पर UC का आंखें खोल देने वाला सर्वे आज पूरी दुनिया जनसंख्या विस्फोट से परेशान है। दुनिया की आबादी 7.7 अरब पार कर चुकी है। इसमें आधे से भी ज्यादा योगदान चीन और भारत जैसे एशियाई देशों का है। एक रिपोर्ट
नेशनल डेस्कः विश्व जनसंख्या दिवस पर UC का आंखें खोल देने वाला सर्वे आज पूरी दुनिया जनसंख्या विस्फोट से परेशान है। दुनिया की आबादी 7.7 अरब पार कर चुकी है। इसमें आधे से भी ज्यादा योगदान चीन और भारत जैसे एशियाई देशों का है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2027 तक भारत चीन को पछाड़ते हुए दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। जरा सोचिये अनाज, हवा, पानी और जमीन की अभी से इतनी किल्लत है। ऐसे में हम अपनी पीढ़ी के लिए क्या छोड़कर जाने वाले हैं।
70 फीसदी लोगों ने माना लागू हो वन चाइल्ड पॉलिसी
11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर UC Browser ने एक सर्वे में भारतीय यूजर्स से पूछा है कि क्या वो देश में चीन की तरह वन चाइल्ड पॉलिसी के पक्ष में हैं। आंकड़े चौंकाने वाले हैं करीब 70 फीसदी लोगों का कहना है कि देश में वन चाइल्ड पॉलिसी यानि सिर्फ एक बच्चा पैदा करने की इजाजत देनी चाहिए। एक से ज्यादा बच्चे होने पर कपल के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाए इस पर बहस हो सकती है।
बढ़ती जनसंख्या से देश की तरक्की पर असर
UC Browser के इस सर्वे में करीब 45 हजार यूजर्स ने अपनी राय रखी है। बढ़ती जनसंख्या की सीधा असर देश की तरक्की पर पड़ रहा है। देश की आधी आबादी सूखे से जूझ रही है। 2016 में WHO के एक अध्ययन के मुताबिक दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 14 भारत के हैं।
वाटर एड संस्था की रिपोर्ट के अनुसार विश्व के कुल जमीनी पानी का 24 प्रतिशत भारतीय उपयोग करते हैं। हम बारिश का सिर्फ 6 फीसदी पानी ही सुरक्षित रख पाते हैं। इन सारी समस्याओं की जड़ सिर्फ एक है- जनसंख्या। समय है जागने का और बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने का। चाहे इसके लिए सरकार को आगे आना पड़े या हमें और आपको।