Edited By rajesh kumar,Updated: 18 Mar, 2021 06:59 PM
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘सीएपीएफ की एक कंपनी में करीब 72 कर्मी होते हैं।'' चुनावों के दौरान तैनात किये जाने के लिए सीआरपीएफ नोडल बल है। बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च से आठ चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं।
नेशनल डेस्क : पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की करीब 725 कंपनियां तैनात की जाएंगी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल के 82 वें स्थापना वर्ष की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि 725 कंपनियों में से 495 कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं, जबकि शेष कंपनियां भी पहुंचने वाली हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘सीएपीएफ की एक कंपनी में करीब 72 कर्मी होते हैं।' चुनावों के दौरान तैनात किये जाने के लिए सीआरपीएफ नोडल बल है। बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च से आठ चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावी राज्य में खतरों के आकलन के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘खतरों का आकलन इलाकों में राज्य प्राधिकारी कर रहे हैं और वे उसी आधार पर बल की तैनाती का फैसला करेंगे।' पश्चिम बंगाल कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘हमने ऐसा कोई आकलन नहीं किया है कि किस चरण का चुनाव अधिक चुनौतीपूर्ण होगा।' सिंह को हाल ही में सवा तीन लाख से अधिक कर्मियों वाले बल सीआरपीएफ का प्रमुख नियुक्त किया गया था।
वह इस शीर्ष पद पर नियुक्त होने से पहले बल में विशेष महानिदेशक के तौर पर सेवा दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम राज्य प्राधिकारियों को सहयोग उपलब्ध कराते हैं ताकि चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराये जा सकें।'' सीआरपीएफ महानदेशक(डीजी) ने कहा, ‘‘हम शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सहयोग उपलब्ध कराते हैं, खुफिया सूचना नहीं जुटाते।'' उन्होंने यह भी कहा कि अर्द्धसैनिक बल राज्य में 13 व्यक्तियों को वीआईपी सुरक्षा मुहैया कर रहा हैं। कोविड-19 महामारी को लेकर दूरी बनाये रखने संबंधी नियमों के कारण चुनाव आयोग ने राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या बढा कर 1.1 लाख कर दी है। राज्य में आठ चरणों में होने जा रहे चुनाव में प्रत्येक चरण में औसतन 12,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे।