Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Sep, 2022 01:06 PM
भारत में सात दशक पहले विलुप्त हुए चीतों की आबादी को फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ चीतों के नाम सामने आए हैं।
नेशनल डेस्क: भारत में सात दशक पहले विलुप्त हुए चीतों की आबादी को फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ चीतों के नाम सामने आए हैं। इसी बीच आठों चीते रविवार को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अधिकांश समय अपने-अपने विशेष बाड़े में विचरण एवं आराम करते हुए नजर आए। इससे लगता है कि वे धीरे-धीरे अपने नए परिवेश के वातावरण में ढल रहे हैं।
8 चीतों के नाम
आठ चीतों के नाम- ओबान, फ्रेडी, सावन्नाह, आशा, सिबली, सैसा और साशा हैं। एक मादा चीते का नाम 'आशा' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा है, जबकि, बाकी अन्य चीतों के नाम नामीबिया में ही रखे गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) को नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों को लाया गया था। पीएम मोदी ने खुद बाड़े का गेट खोलकर इन चीतों को उद्यान में छोड़ा था।
चीतों के लिए बनाए विशेष बाड़े
चीतों के लिए विशेष बाड़े बनाए गए हैं, वह उसमें घूम रहे हैं और सामान्य हैं। इन आठ चीतों में से पांच मादा और तीन नर हैं। उद्यान के विशेष बाड़ों में जब इन चीतों को छोड़ा गया था, उस समय ये सहमे हुए नजर आ रहे थे। हालांकि, बाद में विचरण करने लगे थे। नामीबिया से भारत के लिए रवाना होने से पहले उन्हें भैंस का मांस दिया गया था।