Edited By Tanuja,Updated: 16 May, 2018 10:35 AM
अमरीका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने वाशिंगटन के सैंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज में शीर्ष अमरीकी थिंक टैंक के एक संवाद के दौरान भारत-अमरीका नजदीकियों के 2 प्रमुख कारणों का खुलासा किया...
वाशिंगटनः अमरीका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने वाशिंगटन के सैंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज में शीर्ष अमरीकी थिंक टैंक के एक संवाद के दौरान भारत-अमरीका नजदीकियों के 2 प्रमुख कारणों का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि 9/11 के आतंकवादी हमले और मिलेनियम बग ही ऐसे दो प्रमुख घटनाक्रम रहे, जिनके कारण शीतयुद्ध के दौर को पीछे छोड़ भारत और अमरीका एक साथ आ पाए।
भारत में परमाणु परीक्षण के 20 साल पूरे होने के मौके पर यहां CSIS में आयोजित भारत और अमरीका- सशक्त लोकतंत्र-स्वभाविक सहयोगी कार्यक्रम में सरना ने संबोधित करते कहा कि वर्ष 1998 में पोखरण में पांच परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते स्थिति बहुत ही असहज हो गई थी। उन दिनों जब मिलेनियम बग के कारण अमरीका खासा परेशान था, तब भारतीय इंजीनियरों ने उसका निदान किया और अमरीका को व्यवस्थित करने में पूरी मदद की। इससे भारत के प्रति अमरीका का सम्मान बढ़ा। उस समय अमरीका की कंपनियों व अस्पतालों के करीब 15लाख कंप्यूटर मिलेनियम बग से बुरी तरह संक्रमित हो गए थे।
सरना ने कहा कि मिलेनियम बग से निपटने के बाद भारत, अमरीका के करीब आया, लेकिन यह नजदीकी 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद बढ़ गई। क्योंकि भारत करीब तीन दशकों से सीमा पार आतंकवाद से ग्रसित है। सरना ने भारत की नकारात्मक छवि दर्शाने के लिए अमरीकी मीडिया को लताड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि हमेशा अपवाद को देखने की प्रवृत्ति बन गई है। मुख्यधारा के अमरीकी मीडिया में भारत की छवि के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत अब आगे बढ़ गया है। अमरीकी मीडिया विकास की अनदेखी करते हुए अपवाद की कहानियों को उठाता है। वे सामाजिक अपवाद के तौर पर दहेज, जाति आदि मुद्दा उठाते हैं। लेकिन अगर उदाहरण के लिए स्टार्ट-अप की सफल कहानी उन्हें पसंद नहीं आती।