Edited By ,Updated: 16 Feb, 2017 07:57 PM
नोटबंदी के दौरान 18 लाख लोगों ने अपने खाते में 5 लाख रुपए से ज्यादा का रकम जमा कराया था।
नई दिल्ली : नोटबंदी के दौरान 18 लाख लोगों ने अपने खाते में 5 लाख रुपए से ज्यादा का रकम जमा कराया था। ऐसे लोगों को इनकम टैक्स विभाग ने पिछले दिनों एसएमएस और ईमेल भेजकर 15 फरवरी तक इन पैसे के बारे में जानकारी मांगी थी। लेकिन इनमें से करीब 9 लाख लोगों ने आयकर विभाग को अबतक कोई जबाव नहीं दिया है। लिहाजा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इनके खातों में जमा रकम को सांदिग्ध मान रहा है। हालांकि विभाग इनके खिलाफ कोई कदम 31 मार्च के बाद ही उठाएगा जब ब्लैक मनी को उजाकर करने वाली योजना ऑपरेशन क्लीन मनी बंद हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों ने इनकम टैक्स के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया है उनके पास कानूनी जबाव हो सकता है वह रिटर्न में विवरण देंगे। साल 2016-17 में अचानक इनकम का बढऩा भी शक के दायरे में आ सकता है और उसकी जांच हो सकती है। बताया जा रहा है कि लोगों को भेजे गए एसएमएस और ईमेल का कोई कानूनी आधार नहीं है। 31 मार्च के बाद इनकम टैक्स विभाग कदम उठाएगा। इस योजना के तहत लोग अपनी अघोषित कमाई की घोषणा कर सकते हैं।