Edited By Monika Jamwal,Updated: 11 Aug, 2018 08:44 PM
आतंकवादियों द्वारा पिछले कुछ समय से कश्मीर घाटी में पुलिसकर्मियों पर हमले किये जा रहे हैं और साथ ही साथ उन्हें नौकरी छोडऩे के लिए कहा जा रहा है।
श्रीनगर: आतंकवादियों द्वारा पिछले कुछ समय से कश्मीर घाटी में पुलिसकर्मियों पर हमले किये जा रहे हैं और साथ ही साथ उन्हें नौकरी छोडऩे के लिए कहा जा रहा है। आतंकी धमकियों का असर अब साफ दिखने लगा है। पुलवामा जिले के त्राल से 9 पुलिसकर्मी (एसपीओ)नौकरी छोड़ चुके हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि नौकरी छोडऩे का एलान मस्जिदों से किया गया है।
हांलाकि जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी डा एस पी वैद के अनुसार सोशल मीडिया पर एसपीओ द्वारा नौकरी छोडऩे की खबरें आ रही है और इस मामले में तथ्यों का पता लगाया जा रहा है। वहीं मस्जिदों के मौलवी द्वारा कहा गया है कि उन्हें एसपीओ द्वारा नौकरी छोडऩे का पत्र प्राप्त हुआ है।
9 एसपीओ
जिन नौ एसपीओ ने नौकरी छोड़ दी है उनके नाम परवेज अहमद अहंगर, हिलाल अहमद खान, मुज्जफर अहमद खान, मुदासिर अहमद मीर, इरशाद अहमद राथर व इशरत अली, इशहाक अहमद भट्ट, गुलजार अहमद वानी और एजाज अहमद मीर का नाम शामिल है।
आतंकियों द्वारा एसपीओ पर कर चुके हैं हमले
पुलिसकर्मी इसी सप्ताह लगातार दो दिन पुलिसकर्मियों पर हमला कर चुके हैं। 6 अगस्त को लोरोव गांव में एसपीओ इशहाक अहमद भट्ट पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं लेकिन वह बच गया था। 7 अगस्त को पस्तुना गांव में एसपीओ आशिक अहमद लोन को आतंकियों ने गोली मारी थी जिससे वो घायल हो गया था। त्राल से पिछले एक महीने एसपीओ को अगवा किया गया था पर उसकी मां की अपील के बाद उग्रवादियों ने उसे छोड़ दिया था।
पोस्टर लगाकर दी थी चेतावनी
आतंकवादियों ने हाल ही में पोस्टर लगाकर पुलिसकर्मियों को नौकरी छोडऩे को कहा था। आतंकियों ने शराब व अन्य बुरे काम छोडऩे को कहा था और सेना व पुलिस का सहयोग नहीं करने को भी कहा था।