Edited By vasudha,Updated: 24 Jan, 2021 09:58 AM
पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को लेकर भारत और चीन के बीच आज कोर कमांडर स्तर की 9वें दौर की वार्ता होने जा रही है। दोनों पक्षों के बीच सैन्य वार्ता के आठवें और अंतिम दौर की बातचीत छह नवम्बर को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने टकराव...
नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को लेकर भारत और चीन के बीच आज कोर कमांडर स्तर की 9वें दौर की वार्ता शुरू हो गई है। दोनों पक्षों के बीच सैन्य वार्ता के आठवें और अंतिम दौर की बातचीत छह नवम्बर को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने टकराव वाले सभी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर व्यापक बातचीत की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि होंगे शामिल
सेना सूत्रों के अनुसार यह बैठक चुशूल के दूसरी तरफ चीन के मोल्डो में सुबह 09:30 बजे से होगी, जिसमें विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान सीमा को लेकर चल रहे विवादों का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। हाल ही में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत और चीन ने जल्द ही वरिष्ठ कमांडर-स्तर की बैठक के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की है और दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से करीबी संपर्क बनाए हुए हैं। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लगभग आठ महीनों से सीमा पर गतिरोध बना हुआ है।
पहले वार्ता में नहीं मिली सफलता
राजनयिक और सैन्य वार्ता के कई दौर हो चुके हैं लेकिन अब तक कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं हुई है। वहीं पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ किया था कि भारत सैनिकों की संख्या में तब तक कमी नहीं करेगा, जब तक चीन यह प्रक्रिया शुरू नहीं करता। हालांकि, उन्होंने बातचीत के जरिए समस्या का हल निकलने का भरोसा भी जताया।
राजनाथ सिंह ने बातचीत से हल निकलने पर जताया था भरोसा
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा था कि भारत सीमा क्षेत्रों में बेहद तेजी से आधारभूत ढांचे को विकसित कर रहा है और चीन ने कुछ परियोजनाओं को लेकर आपत्ति भी जताई है। राजनाथ सिंह ने एक टीवी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि सैनिकों की संख्या में कमी नहीं की जाएगी। भारत सैनिकों की तैनाती में तब तक कमी नहीं करेगा, जब तक चीन यह प्रक्रिया शुरू नहीं करता। उन्होंने कहा कि हमें बातचीत के माध्यम से हल निकलने को लेकर पूरा भरोसा है।