Edited By vasudha,Updated: 17 Oct, 2020 01:19 PM
भारतीय वायुसेना ने आज अपने शक्तिशाली मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक केदारघाटी में उतारा। चिनूक ने एमआई 17 के मलबे को लेने के लिए पहली बार उत्तरांखड के केदारनाथ में लैंडिग की। वह क्रैश हेलीकॉप्टर को अपने साथ दिल्ली ले गया। इस प्रकिया के दौरान कई वरिष्ठ...
नेशनल डेस्क: भारतीय वायुसेना ने आज अपने शक्तिशाली मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक केदारघाटी में उतारा। चिनूक ने एमआई 17 के मलबे को लेने के लिए पहली बार उत्तरांखड के केदारनाथ में लैंडिग की। वह क्रैश हेलीकॉप्टर को अपने साथ दिल्ली ले गया। इस प्रकिया के दौरान कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
#WATCH: A Chinook helicopter takes off from a helipad in Kedarnath shrine with the debris of Indian Air Force's MI-17 helicopter which had met with an accident in 2018. pic.twitter.com/IzsjU6MVXZ
— ANI (@ANI) October 17, 2020
दरअसल 14 अप्रैल 2018 में गुप्तकाशी से सामान लेकर केदारनाथ आ रहा वायुसेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उस वक्त हेलिकॉप्टर में छह लोग सवार थे और सभी सुरक्षित बच गए थे। इस विमान के मलबे को उठाने के लिए ही चिनूक को यहां उतारा गया। इस लैंडिंग के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने पिछले कई दिनों से तैयारियां की जा रही थीं और एक विशेष हेलीपैड तैयार किया गया था।
बता दें कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के काम में तेजी लाने के लिए MI-26 हेलीपैड का विस्तार किया जा रहा है। चिनूक विमान भारी मशीनों को यहां पहुंचाने में मदद करेगा। केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत काम किए जा रहे हैं। धाम में पुनर्निर्माण का काम तीन चरणों में होना है। पहले चरण के कार्य लगभग पूरे होने वाले हैं। दूसरा चरण अक्टूबर से शुरू किया जाएगा। ऐसे में इन कार्यों में तेजी लाने के लिए भारी मशीनों को धाम में पहुंचाया जाना जरूरी र्है।