Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Dec, 2024 01:25 PM
![a large number voters names removed from voters list kejriwal s allegation](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_12image_13_22_293745832arvindkejriwal-ll.jpg)
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची से 'वोट काटने की कोशिश' करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 11,000 लोगों के वोट काटने के लिए भारत के चुनाव आयोग को एक आवेदन दिया था, जिसमें कहा गया था कि या तो ये लोग स्थानांतरित हो गए हैं या उनकी मृत्यु हो गई है। केजरीवाल ने कहा कि आप ने सूची से 500 लोगों की यादृच्छिक जांच की और पाया कि 372 लोग अभी भी वहां रह रहे हैं।
लिस्ट में अधिकतर मतदारा AAP के- केजरीवाल
केजरीवाल ने दावा किया कि सूची में शामिल अधिकतर मतदाता आप के हैं। उन्होंने कहा, "भाजपा ने अपने लेटरहेड पर वोट काटने के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने पिछले एक-डेढ़ महीने में 11,000 लोगों के वोट काटने के लिए आवेदन दिया है और यह प्रक्रिया चल रही है। आवेदनों में कहा गया है कि ये 11,018 लोग या तो स्थानांतरित हो गए हैं या उनकी मृत्यु हो गई है। इन सभी 11,000 आवेदनों की जांच करने के लिए हमने 500 की जांच की। इन 500 में से 372 लोग वहीं (अपने पते पर) रह रहे थे। वे कहीं स्थानांतरित नहीं हुए हैं।"
केजरीवाल ने कहा, "उनकी सूची में 75 प्रतिशत मतदाता परेशान करने वाले हैं। जब हमने पूछताछ की तो पता चला कि इनमें से अधिकतर मतदाता आप के मतदाता हैं। अगर एक विधानसभा क्षेत्र से 6 प्रतिशत वोट कट जाते हैं तो चुनाव कराने का क्या मतलब है?"
लोगों के वोट काटे जा रहे, यह लोकतंत्र के लिए खतरा
केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि वोट डालना नागरिकों का मौलिक अधिकार है, जिसे भाजपा और चुनाव आयोग लोगों से 'छीनने' का प्रयास कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा, "यह लोकतंत्र के लिए खतरा है, लोगों के वोट काटे जा रहे हैं। वोट डालना और अपनी सरकार चुनना लोगों का मौलिक अधिकार है, लेकिन भाजपा और चुनाव आयोग लोगों के इस अधिकार को छीन रहे हैं।"
दिल्ली में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की उम्मीद है। 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं और भाजपा ने आठवीं सीट हासिल की थी।