Edited By Seema Sharma,Updated: 20 May, 2018 08:29 AM
कैबिनेट मंत्री अरुण जेतली को जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है और वह एम्स में वी.वी.आई.पी. इलाज करवा रहे हैं। इस सप्ताह के शुरू में सफल किडनी प्रत्यारोपण के बाद उनको सी. एंड टी. टावर के इंटैंसिव केयर यूनिट (आई.सी.यू.) में तबदील किया गया जहां...
नेशनल डेस्कः कैबिनेट मंत्री अरुण जेतली को जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है और वह एम्स में वी.वी.आई.पी. इलाज करवा रहे हैं। इस सप्ताह के शुरू में सफल किडनी प्रत्यारोपण के बाद उनको सी. एंड टी. टावर के इंटैंसिव केयर यूनिट (आई.सी.यू.) में तबदील किया गया जहां किसी भी व्यक्ति को मिलने की अनुमति नहीं, यहां तक कि उनके पारिवारिक सदस्यों को भी उनके कमरे में जाने की कभी-कभार अनुमति मिलती है। यह कमरा पूरी तरह चाक-चौबंद है मगर एक व्यक्ति डाक्टर का गाऊन पहने बिना किसी चैकिंग के आई.सी.यू. के भीतर प्रवेश कर गया। जेतली का मुंह ढका हुआ था ताकि वह किसी से बात करते हुए इन्फैक्शन से बचे रहें मगर व्यक्ति भीतर चला गया और उन्हें अपना विजिटिंग कार्ड थमा दिया।
बताया जाता है कि जेतली ने आपातकालीन बटन दबा दिया और एक नर्स भागती हुई आई तथा उस व्यक्ति को बाहर निकाल दिया। बाद में चर्चा शुरू हुई कि यह व्यक्ति जेतली का जानकार था और उनको शुभकामनाएं देने आया था। डाक्टर, प्रशासन के अधिकारी, सुरक्षा और परिवार के सदस्य यह जानकर हैरान हुए कि एक व्यक्ति बिना चैकिंग के डाक्टर की आड़ में चाक-चौबंद कमरे में कैसे प्रवेश कर सकता है। इस घटना से हड़कम्प मच गया और बाद में वहां अतिरिक्त चौकसी बरती जाने लगी लेकिन इससे एम्स की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई।