Edited By vasudha,Updated: 17 Jun, 2020 11:46 AM
चीन से सटे लद्दाख के गलवान घाटी में हुई झड़प में 24 सैनिक शहीद हुए हैं। इसमें पश्चिम बंगाल का लाल राजेश ओरंग भी शामिल है। वह बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना अंतर्गत बेलघरिया गांव का रहने वाला है। इसी महीने राजेश की शादी होने वाली थी, इसके लिए सारी...
कोलकाता: चीन से सटे लद्दाख के गलवान घाटी में हुई झड़प में 24 सैनिक शहीद हुए हैं। इसमें पश्चिम बंगाल का लाल राजेश ओरंग भी शामिल है। वह बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना अंतर्गत बेलघरिया गांव का रहने वाला है। इसी महीने राजेश की शादी होने वाली थी, इसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो गई थी लेकिन इस वीर ने देश के नाम सर्वोच्च शहादत दे दी।
सेना सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि राजेश बिहार रेजीमेंट के जवान थे। गलवान घाटी में कुछ दिनों पहले ही बिहार रेजीमेंट में तैनाती हुई थी। राजेश के पिता किसान हैं। परिवार ने बताया कि राजेश ने कभी भी उन्हे एलएसी पर तनाव के बारे में जानकारी नहीं दी थी ताकि कोई चिंता में ना पड़े। नेटवर्क की दिक्कत होने की वजह से उनसे ज्यादा बातचीत भी नहीं हो पाती थी।
परिवार ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर पहले कभी गोलीबारी नहीं हुई थी जिसकी वजह से उन्हें इस बात की आशंका नहीं थी कि इस तरह से चीनी सैनिक धोखा दे सकते है। बता दें कि ओरांग की दो बहने हैं जिनमें से एक की शादी हो गई है और राजेश की शादी के बाद ही दूसरी बहन की शादी होनी थी। आज परिवार को उनका शव सौंप दिया जाएगा। उनके पैतृक आवास पर ही अंतिम संस्कार होगा। उनकी शहादत की खबर सुनकर पूरे गांव का माहौल गमगीन है।