Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 11:36 PM
पहले फेज में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम डिविजन, जोन, मेट्रो रेल कोलकाता, रेलवे वर्कशॉप, फैक्ट्रियों, प्रोडक्शन यूनिट्स में नंवबर 30 तक इन्स्टॉल किए जाएंगे। दूसरे फेज में उन कार्यालयों को शामिल किया गया है, जो पब्लिक अंडरटेकिंग वाले दफ्तर हैं
नई दिल्लीः आने वाले दिनों दिनों में रेलवे कर्मचारियों को देरी से दफ्तर पहुंचना भारी पड़ सकता है। देर से आने वालों पर नजर रखने के लिए रेलवे अपने जोन और डिवीजंस में 31 जनवरी तक आधार बेस्ड बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करेगा।
रेलवे ने इस बारे में सभी जोनों को 3 नवंबर को एक लेटर भेजा है। अधिकारियों के मुताबिक, मंत्रालय की ये पहल उन अफसरों-कर्मचारियों पर नजर रखने की है, जो या तो लेट आते हैं या फिर आते ही नहीं। पहले फेज में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम डिविजन, जोन, मेट्रो रेल कोलकाता, रेलवे वर्कशॉप, फैक्ट्रियों, प्रोडक्शन यूनिट्स में नंवबर 30 तक इन्स्टॉल किए जाएंगे।
दूसरे फेज में उन कार्यालयों को शामिल किया गया है, जो पब्लिक अंडरटेकिंग वाले दफ्तर हैं। वोर्ड के आदेश में कहा गया है कि बायोमेट्रिक सिस्टम एक-दूसरे से जुड़े होने चाहिए और व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि इनकी निगरानी डिवीजनल रेलवे मैनेजर के ऑफिस से की जा सके। इसके अलावा बायोमेट्रिक सिस्टम्स में CCTV कैमरा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।