Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 06:57 AM
आज रविवार दी॰ 15.10.17 कार्तिक कृष्ण ग्यारस पर रमा एकादशी पर्व मनाया जाएगा। लक्ष्मी के रूप में सीता का एक नाम रमा भी है। इसी कारण इस एकादशी का नाम रमा एकादशी है। चातुर्मास की अंतिम एकादशी होने
आज रविवार दी॰ 15.10.17 कार्तिक कृष्ण ग्यारस पर रमा एकादशी पर्व मनाया जाएगा। लक्ष्मी के रूप में सीता का एक नाम रमा भी है। इसी कारण इस एकादशी का नाम रमा एकादशी है। चातुर्मास की अंतिम एकादशी होने के कारण इसका विशेष महत्व है। कई जगह इसे रंभा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि रंभा एकादशी के प्रभाव से मृत्यु उपरांत रंभादि अप्सराएं सेवा में रहने लगती हैं। इस दिन लक्ष्मी के रमा स्वरूप के साथ-साथ नारायण के पूर्णावतार कृष्ण के केशव रूप के पूजन का विधान है। इस दिन भगवान केशव का संपूर्ण वस्तुओं से पूजन करने का विधान है विशेष नैवेद्य व आरती कर प्रसाद वितरण व ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। रमा एकादशी में तुलसी की पूजा एवं भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित करने का बड़ा महत्व है। रमा एकादशी के पूजन से व्यक्ति पाप कर्मों के प्रभाव से मुक्त होकर उत्तम लोक में स्थान प्राप्त करने का अधिकारी बन जाता है तथा जीवन में वैभव और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह एकादशी जीवन से दांपत्य कलह को समाप्त करती है।
विशेष पूजन विधि: भगवान लक्ष्मी नारायण का विधिवत पूजन करें। केसर मिले घी से दीप करें, गुलाब की अगरबत्ती करें, कुंकुम चढ़ाएं, लाल फूल चढ़ाएं, सेब की खीर का भोग लगाएं। एक दिन पूर्व तोड़े तुलसी पत्र पर शहद लगाकर समर्पित करें तथा इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद सेब की खीर किसी सुहागन को दान दे दें।
पूजन मुहूर्त: प्रातः 10:10 से प्रातः 11:10 तक।
पूजन मंत्र: ॐ केशवाय नमः॥
आज का शुशाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:43 से दिन 12:29 तक।
आज का अमृत काल: अगले दिन प्रातः 03:44 से प्रातः 05:19 तक।
आज का राहु काल: शाम 16:22 से शाम 17:47 तक।
आज का गुलिक काल: शाम 14:57 से शाम 16:22 तक।
आज का यमगंड काल: दिन 12:06 से दिन 13:31 तक।
यात्रा मुहूर्त: आज दिशाशूल पश्चिम व राहुकाल वास उत्तर में है। अतः पश्चिम व उत्तर दिशा की यात्रा टालें।
आज का गुडलक ज्ञान
आज का गुडलक कलर: लाल।
आज का गुडलक दिशा: पूर्व।
आज का गुडलक मंत्र: ॐ लक्ष्मी नारायण नम:॥
आज का गुडलक टाइम: शाम 19:30 से रात 20:30 तक।
आज का बर्थडे गुडलक: अच्छी सेहत के लिए श्री केशव पर चढ़े तुलसी पत्र व शहद का सेवन करें।
आज का एनिवर्सरी गुडलक: दांपत्य कलह से मुक्ति हेतु लक्ष्मी-नारायण मंदिर में 7 अंजीर चढ़ाएं।
गुडलक महागुरु का महा टोटका: वैभवशाली जीवन हेतु लक्ष्मी-नारायण पर चढ़े 16 श्रृंगार ब्राह्मण दंपत्ति को भेंट करें।
आज के गुडलक में बस इतना ही। कल गुडलक में आपसे फिर मुलाक़ात होगी और हम आपको बताएंगे कैसे बाल गोपाल और गऊ माता गोवत्स द्वादशी पर देंगे निसंतान दंपति को संतान सुख और कैसे होगा संतान के कष्टों का हरण।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com