Edited By Anil dev,Updated: 13 Jan, 2020 01:28 PM
आम आदमी पार्टी का सर्वे पूरा हो चुका है और अब करप्शन, क्रिमिनल, करैक्टर के ट्रिपल सी फार्मूले में जो उम्मीदवार जिताऊ और खरे मिलेंगे उनके नाम घोषित करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि आप सोमवार अथवा मंगलवार को एक सूची निकाल...
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी का सर्वे पूरा हो चुका है और अब करप्शन, क्रिमिनल, करैक्टर के ट्रिपल सी फार्मूले में जो उम्मीदवार जिताऊ और खरे मिलेंगे उनके नाम घोषित करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि आप सोमवार अथवा मंगलवार को एक सूची निकाल सकती है। इसमें लोकसभा चुनाव लड़े उम्मीदवारों को फिर मैदान में उतारने का ऐलान किया जा सकता है। पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरे कुछ उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में उतार रही है।
लोकसभा चुनाव लड़ चुके ऐसे नेताओं में पार्टी प्रवक्ता आतिशी-कालका जी, दिलीप पांडे-तिमारपुर, राघव चड्ढा-राजेंद्र नगर से जहां उतारे जा सकते हैं वहीं दुर्गेश पाठक करावल नगर पार्टी से उतारे जा सकते हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पहले ही अनौपचारिक तौर पर यह कह चुके हैं कि पार्टी एक से अधिक सूची भी ला सकती है और इसके बाद ही यह संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव के नामांकन के पहले दिन से ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए पार्टी सूची का ऐलान सोमवार अथवा मंगलवार को कर सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार आज भी उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी में बैठकों का दौर चलता रहा और नामों पर मंथन किया गया। जिन नामों को पहली सूची में शामिल किया जा सकता है उसमें वह इलाके प्राथमिकता में होंगे जहां भाजपा के विजयी उम्मीदवार हैं और जिन क्षेत्रों में उसके विधायकों को बाहर की सदस्यता रद्द की जा चुकी है।
कांग्रेस की पहली सूची हुई लगभग तैयार
चुनावी नामांकन की तिथि शुरू होने के साथ ही कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों के नाम की पहली सूची जारी कर सकती है। माना जा रहा है कि 14 जनवरी को या फिर उससे पहले भी तीस सीटों पर कांग्र्रेस प्रत्याशियों के नाम सामने आ सकते हैं। दरअसल, चुनाव आयोग ने 22 जनवरी तक नामांकन दाखिल करने की मियाद तय की है। ऐसे में कांग्रेस को लोगों से मिले फीडबैक और इंटरनल सर्वे के आधार पर अब तक सामने आए नामों में करीब तीस सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय करने को लेकर स्थिति सहज समझ आ रही है। यही वजह है कि रविवार को पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने नामों को लेकर मंथन बैठक की। जिसमें पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिणी, चांदनी चौक और उत्तर-पूर्वी संसदीय क्षेत्रों में शामिल तीस विधानसभाओं पर अपने प्रत्याशियों के संभावित नाम पर विचार भी किया है।
40-45 सीटों पर उम्मीदवारों का नाम तय करने में भाजपा के छूट रहे हैं पसीने
लंबी मशक्कत के बाद भी प्रदेश भाजपा चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के आवास पर हुई बैठक में पार्टी रविवार को भी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय नहीं कर सकी। दरअसल विभिन्न संसदीय क्षेत्रों की करीब 40-45 विधानसभाओं को लेकर खासी समस्या पेश आ रही है। इन सीटों पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा के पसीने छूट रहे हैं क्योंकि पार्टी पदाधिकारियों के सामने इनमें एक-एक सीट पर 15 से भी अधिक नाम हैं। जबकि सोमवार को हाई कमान के समक्ष सौंपी जाने वाली सूची में केवल तीन से चार नाम ही भेजे जाने हैं। पार्टी के पदाधिकारी सोमवार सुबह पार्टी हाई कमान को लिस्ट सौंपने से पहले एक बार फिर से औपचारिक बैठक करके सभी 70 विधानसभाओं के आधार पर लगभग 175 से 200 संभावित नाम सौंप सकते हैं।