Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 11:17 PM
नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता ने कहा कि सीबीडीटी के हवाले से आप के चंदे पर आ रही खबरें पूरी तरह तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा कि पाई-पाई का हिसाब बही-खातों में दर्ज है। इसे सरकारी एजेंसियों को भी दिया गया है
नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी को मिलने वाले चंदे के मुद्दे पर पार्टी एक बार फिर एग्रेसिव हो गई है। आप ने फिर दोहराते हुए कहा कि पार्टी को मिलने वाले चंदे में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। इस दौरान के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता ने कहा कि सीबीडीटी के हवाले से आप के चंदे पर आ रही खबरें पूरी तरह तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा कि पाई-पाई का हिसाब बही-खातों में दर्ज है। इसे सरकारी एजेंसियों को भी दिया गया है।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि आयकर कानून के सेक्शन 138 में प्रावधान है कि किसी भी पक्ष की फाइल की कोई भी जानकारी संबंधित सरकारी एजेंसी या उसका कोई भी अधिकारी किसी को नहीं दे सकता है। ऐसे में सवाल है कि किस आधार पर सीबीडीटी से खबरें बाहर आ रही हैं। यह आयकर कानून का उल्लंघन है। एनडी गुप्ता के मुताबिक, आप के चंदे में कोई गड़बड़ी नहीं है।
आप की तरफ से दिए गए दस्तावेजों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। सरकारी एजेंसी ने पार्टी के खाते में जमा राशि को गिनती में हर बार अलग-अलग दर्शाया है। जबकि पार्टी के सभी बही-खातों के आंकड़े पूरी तरह दुरस्त हैं।
उधर, राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार चुनावी चंदे को पारदर्शी बनाने की बात कहती है। वहीं, दूसरी ओर चुनावी बांड के नाम पर दान दाताओं की जानकारी छुपाने को कानूनी मान्यता देने की फिराक में है।
बांड से जो पैसा राजनीतिक दल को दिया जाएगा, उस पैसे की जानकारी सरकारी बैंक, आरबीआई और सरकार के पास ही होगी। पंकज गुप्ता ने आशंका जाहिर की कि ऐसा होने पर सत्ताधारी दल अपने विपक्षियों के चंदे पर नजर रखने के साथ चंदा देने वालों को परेशान कर सकता है।