Edited By Yaspal,Updated: 19 Apr, 2018 05:50 PM
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने बुधवार को 2.30 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट गृह मंत्रालय भेजा और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र भी भेजा है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी की सरकार में नियुक्त 9 सलाहकारों को हटाए जाने के बाद पार्टी के नेताओं ने...
नेशनल डेस्कः केंद्र सरकार के फैसले से नाराज आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने बुधवार को 2.30 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट गृह मंत्रालय भेजा और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र भी भेजा है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी की सरकार में नियुक्त 9 सलाहकारों को हटाए जाने के बाद पार्टी के नेताओं ने अलग-अलग तरीके से इसका विरोध दर्ज कराया है।
आप प्रवक्ता ने कहा कि जिस पद से उनको हटाया गया है। उस पर उन्हें केवल ढाई लाख रुपये मिले थे। चड्ढा ने कहा कि वह सलाहकार के पद पर 75 दिन तक रहे और महीने में एक रुपये सैलरी लेता था। ऐसे में मेरी जो कुल सैलरी 2.30 रुपये हुई, मैं इसे लौटा रहा हूं। उन्होंने सवाल किया कि जब मैं पद छोड़ चुका था तो मेरी बर्खास्तगी क्यों की गई।
गृह मंत्रालय की सलाह पर हटाए गए 9 सलाहकार
डिपार्टमेंट ऑफ जनरल एडमिनिस्ट्रेशन (जीएडी) ने गृह मंत्रालय की सलाह पर दिल्ली सरकार के 9 सलाहकारों को हटाने का निर्णय लिया था। जीएडी ने कहा कि नेशनल कैपिटल टेरीटरी के सर्विस से जुड़े फैसले केंद्र सरकार की अनुमति के बगैर नहीं लिए जा सकते।
राघव चड्ढा ने अपने बचाव में ट्विटर पर अपना नियुक्ति पत्र और उसमें उन्हें मिलने वाली तनख्वाह का ब्यौरा शेयर किया है। जीएडी के फैसले के बाद राघव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार उन्नाव-कठुआ रेप केस और देश में कैश क्रंच जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है।