Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2017 01:39 PM
राजनीतिक कानाफूसी चल रही है कि 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनावों के बाद बिहार में प्रमुख राजनीतिक नेताओं।
नई दिल्ली: राजनीतिक कानाफूसी चल रही है कि 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनावों के बाद बिहार में प्रमुख राजनीतिक नेताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई होगी। सीबीआई और एनफोर्समैंट डायरैक्टोरेट (ई.डी.) लालू प्रसाद यादव के बच्चों और रिश्तेदारों के खिलाफ ठोस केस तैयार कर रहे हैं ताकि अगर एक बार वे गिरफ्तार हो जाएं तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी आसानी से जमानत न मिल सके। साऊथ ब्लाक और नार्थ ब्लाक में स्थित पीएमओ और वित्त मंत्रालयों में इस संबंध में चर्चा हुई और सीबीआई द्वारा 6 पृष्ठों का ‘टॉप सीक्रेट्’ नोट प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) को सौंपा गया है। 2 केन्द्रीय मंत्रियों, एनएसए अजीत डोभाल और पीएमओ के कुछ विश्वासपात्र नौकरशाहों के अलावा किसी को इसके बारे कोई सुराग नहीं। दस्तावेज एक मोटे ब्राऊन रंग के लिफाफे में बंद है जिस पर इंगलिश के शब्द ‘एक्स’ जैसा लाल निशान लगा हुआ है।
सीबीआई 17 जुलाई के बाद कर सकती है कार्रवाई
नोट के अनुसार सीबीआई 17 जुलाई के बाद कार्रवाई करेगी और आरोपियों को किसी भी समय गिरफ्तार कर सकेगी। इसी दिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है। लालू के 2 पुत्रों और पुत्री के खिलाफ केस काफी मजबूत है। मोदी सरकार 17 जुलाई के मतदान में किसी तरह की बाधा नहीं चाहती। लालू की पुत्री मीसा भारती ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है कि उसका पति शैलेश कुमार ही कारोबार को देखता है और वह तो केवल कागजों पर हस्ताक्षर करती है। लालू के दोनों पुत्रों ने अभी अपने बचाव में कुछ ठोस बात नहीं बताई इसलिए अगले सप्ताह एक बड़ा राजनीतिक हंगामा होने वाला है।