Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Sep, 2021 12:21 PM
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई हैं। बता दें कि तालिबान के डर मारे के अब तक लाखों लोग अपना देश छोड़ चुके हैं और अन्य देशों में शरण ले चुके हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई हैं। बता दें कि तालिबान के डर मारे के अब तक लाखों लोग अपना देश छोड़ चुके हैं और अन्य देशों में शरण ले चुके हैं।
वहीं इस बीच टेलीविजन अभिनेत्री नुपुर अंलकार ने बताया कि उनके ब्रदर इन लॉ (बहन का पति) कौशल अग्रवाल पिछले कई महीनों से अफागनिस्तान में फंसे हुए हैं। नुपुर ने पिछले महीने की मीडिया के सामने इसका जिक्र भी किया था। अब लगभग एक महीने हो चुके हैं, लेकिन उनके ब्रदर इन लॉ की तरफ से कोई मेसेज व कॉल्स नहीं आया है।
मेरी बहन जिज्ञासा की हालत खराब है
नुपुर ने बताया कि मेरी बहन जिज्ञासा की हालत खराब है। अब वो बिलकुल चुप सी हो गई है। 19 अगस्त को हमने कौशल से आखिरी बार संपर्क किया था। उसके बाद एक बार भी हमारी मेसेज या कॉल पर बात नहीं हो पाई है। कौशल ने कहा था कि मेरा फोन बंद हो जाएगा, मैं किसी से फोन लेकर आप लोगों को मेसेज या कॉल कर दूंगा लेकिन अभी तक कोई बात नहीं हो पाई है।
नुपुर ने बताया कि 31 अगस्त को जब रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ था, तो किसी लिस्ट में उनका नाम नहीं है। अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। हमें यही उम्मीद थी कि रेस्क्यू ऑपरेशन होगा, तो वो आ जाएंगे क्योंकि बहुत से लोग वापस आ चुके हैं, लेकिन अभी तक वह वापिस नहीं आए।
हम लगातार एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री से संपर्क में हैं
नुपुर ने आगे बताया कि वे लगातार एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री से संपर्क में हैं, उनकी तरफ से बस यही जवाब सुनने को मिलता है कि हम काम कर रहे हैं, आप हमें काम करने देंस अब मैं कैसे समझाऊं कि परिवार वालें कितने परेशान हो चुके हैं। हमें बस इतना ही कहीं से पता चल जाए कि वो सही सलामत हैं, तो ये भी मेरे लिए काफी है।
बिजनेस के सिलसिले में गए थे काबूल
दरअसल, आपको बता दें किएक्ट्रेस नुपुर की छोटी बहन के पति कौशल अग्रवाल बिजनेस के सिलसिले में काबूल गए हुए थे और वह 15 अगस्त को वापिस आने वाले थे लेकिन इसी बीच तालिबानियों ने कब्जा कर लिया और उनके ब्रदर इन लॉ का वापस आना संभव नहीं हो पाया।
तीन से चार दिन में पानी व बिजली आती है, ऐसे में संपर्क में रहना मुश्किल हैं
नुपुर ने बताया था कि कौशल जहा रहते हैं वहां से गोलियों के चलने की आवाजें आती रहती हैं। बिजली और पानी की व्यवस्था भी नहीं थी, तीन से चार दिन में पानी व बिजली आती है, ऐसे में फोन से संपर्क में रहना मुश्किल हो सकता है। उस दौरान उन्होंने एंबेसी से संपर्क करने की कोशिश भी की थी लेकिन सारी कोशिशें नाकाम हो गई हैं, अब तक कौशल का परिवार उनका इंतजार कर रहा है।