Edited By ,Updated: 15 Dec, 2016 05:37 PM
नोटबंदी, किरेन रिजिजू और अगुस्टा वेस्टलैंड डील पर हंगामे के चलते वीरवार को एक बार फिर संसद ठप हो गई।
नई दिल्ली : नोटबंदी, किरेन रिजिजू और अगस्टा वस्टलैंड डील पर हंगामे के चलते वीरवार को एक बार फिर संसद ठप हो गई। लोकसभा दिन भर के लिए स्थगित हो गई है, जबकि राज्यसभा का काम भी दोपहर 2 बजे तक के लिए ठप हो गया। इस बीच भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण अडवानी ने संसद का कामकाज ठप होने पर नाराजगी जाहिर की है। सरकार की ओर से अगस्टा डील मुद्दा उठाए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में झड़प के बाद लोकसभा स्थगित होने से आडवानी व्यथित दिखाई दिए। हंगामे से दुखी होकर अडवानी ने कहा कि सोचता हूं संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दूं।
सदन के स्थगित होने के बाद भी लोकसभा में बैठे रहें अडवानी
तृणमूल कांग्रेस के सांसद इद्रीस अली ने कहा कि यदि अटल जी आज अगर संसद में होते तो बहुत दुखी होते। अली के मुताबिक अडवानी ने कहा कि कोई जीते या हारे। इस हंगामे संसद की हार हो रही है। स्पीकर से बात करके कल चर्चा होनी चाहिए। सदन के स्थगित होने के बाद भी व्यथित अडवानी लोकसभा में बैठे रहे। उन्होंने स्मृति इरानी और राजनाथ सिंह से बात की और कहा कि कम से कम आखिरी दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए। इससे पहले भी संसद में काम न हो पाने पर लालकृष्ण आडवाणी ने नाराजगी जताई थी। लोकसभा में सरकार की ओर से कहा गया कि अगस्टा में जो सबूत आए हैं, कांग्रेस के प्रथम परिवार की ओर जाते दिख रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने हंगामा किया और ट्रेजरी बेंच से भी शोरगुल के बीच लोकसभा की कार्रवाई स्थगित हो गई।