Edited By Yaspal,Updated: 03 Sep, 2019 07:46 PM
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद बौखलाया पाकिस्तान घाटी में मानवधिकारों के उल्लंघन का रोना दुनिया के सामने भल ही रो रहा हो, लेकिन उसे इस मसले पर भी अपने घर में ही मुंह की खानी पड़ी है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय
इंटरनेशनल डेस्कः कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद बौखलाया पाकिस्तान घाटी में मानवधिकारों के उल्लंघन का रोना दुनिया के सामने भल ही रो रहा हो, लेकिन उसे इस मसले पर भी अपने घर में ही मुंह की खानी पड़ी है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में पाकिस्तान की पैरवी करने वाले वकील ने खुद माना है कि पाक के पास कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के दावे पुख्ता नहीं है, क्योंकि इसका उसके पास कोई ठोस सबूत नहीं है। इसके साथ ही वकील ने खुद कहा है कि सबूत न होने के चलते इस केस को आईसीजे में नहीं ले जाया जा सकता।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में पाकिस्तान के वकील खावर कुरैशी ने एक टीवी शो में पैनल चर्चा के दौरान साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान के पास कश्मीर से संबंधित इन दावों के लिए कोई महत्वपूर्ण सबूत नहीं है। खावर कुरैशी ने कहा, "इन सबूतों के अभाव में पाकिस्तान के लिए इस मामले को ICJ में ले जाना बेहद मुश्किल है।
दरअसल, कश्मीर मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के उद्देश्य से पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के पास जाने और आईसीजे से संपर्क करने की धमकी दी है। खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों के दरवाजे खटखटाए हैं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की, लेकिन यहां भी उसे कोई खास तवज्जो नहीं मिली है।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फ्रांस में G7 शिखर सम्मेलन में ट्रंप से मुलाकात की, जिसके बाद दोनों नेताओं ने भारत के रुख के साथ सहमति व्यक्त की कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मामला है, जिसमें किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है।