Edited By Seema Sharma,Updated: 07 Jul, 2020 09:55 AM
एक पति ने अपनी पत्नी को कोरोना के डर से घर में घुसने नहीं दिया। मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है। चंडीगढ़ से लौटी पत्नी को पति ने घर के अंदर नहीं आने दिया। पत्नी काफी देर तक दरवाजा खटखटाती रही लेकिन पति कोरोना वायरस के डर से दरवाजा नहीं खोला और पत्नी...
नेशनल डेस्कः एक पति ने अपनी पत्नी को कोरोना के डर से घर में घुसने नहीं दिया। मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है। चंडीगढ़ से लौटी पत्नी को पति ने घर के अंदर नहीं आने दिया। पत्नी काफी देर तक दरवाजा खटखटाती रही लेकिन पति कोरोना वायरस के डर से दरवाजा नहीं खोला और पत्नी को चले जाने को कहा। पत्नी ने कहा कि वो खुद को 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखेगी लेकिन पति ने उसकी एक नहीं सुनी। काफी देर तक मिनन्तें करने पर जब पति ने दरवाजा नहीं खोला तो महिला ने पुलिस से मदद मांगी। महिला ने बताया कि वह लॉकडाउन के पहले अपने मायके चंडीगढ़ गई थी।
अचानक हुए लॉकडाउन के बाद वह वहीं फंस गई। उसका 10 साल का बेटा बेंगलुरु में ही था। तीन महीने बाद जैसे ही उसे मौका मिला वह अपने घर आ गई लेकिन अब कोरोना के डर से पति दरवाजा नहीं खोल रहा है। महिला ने कहा कि वे वापिस अपने घर लौटने को लेकर काफी खुश थी कि आखिर तीन महीने बाद पति और बेटे से मिलेगी लेकिन यहां आकर जैसा बर्ताव हुआ वो इससे काफी दुखी है।
महिला ने कहा कि उसने अपने पति से कहा कि वो अपना कोरोना वायरस टेस्ट करवाने को तैयार है और जब तक उसे नेगेटिव रिपोर्ट का सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा वो उन लोगों के संपर्क में नहीं आएगी लेकिन पति ने उसकी कोई बात नहीं मानी और न दरवाजा खोला।
ताला बंद कर भागा पति
जब पति ने महिला की कोई बात नहीं मानी तो वो वरथूर पुलिस स्टेशन गई और अधिकारियों ने मदद मांगी। पुलिस महिला के साथ उसके घर पहुंची तो बाहर से ताला लगा हुआ था। उसके पति ने फोन भी नहीं उठाया। इस पर पुलिस ने महिला को कुछ समय के लिए किसी रिश्तेदार के घर जाकर रहने को कहा।