Edited By Tanuja,Updated: 11 Apr, 2018 10:38 AM
अमरीका का ड्रैगन से व्यापार युद्ध के बाद अब दक्षिण चीन सागर को लेकर भी तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। दरअसल पहले से ही उत्तर कोरिया की हिमायत के कारण चीन से चिढ़े अमरीका ने विवादित दक्षिण चीन सागर में गश्त कर अब चीन को खुली चुनौती दे दी है
वॉशिंगटनः अमरीका का ड्रैगन से व्यापार युद्ध के बाद अब दक्षिण चीन सागर को लेकर भी तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। दरअसल पहले से ही उत्तर कोरिया की हिमायत के कारण चीन से चिढ़े अमरीका ने विवादित दक्षिण चीन सागर में गश्त कर अब चीन को खुली चुनौती दे दी है।
इस क्षेत्र में 20 मिनट के अंतराल में 20 एफ-18 लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और शक्तिशाली विमानवाहक पोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट पर उतरे व अपनी सैन्य ताकत का शक्ति प्रदर्शन दिखाया। दरअसल, चीन हमेशा से दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा जताता आया है, जिस कारण उसका कई पड़ोसी देशों के साथ विवाद चल रहा है। इसका विरोध करने में भारत का नाम भी शामिल है।
बता दें कि अमरीका का परमाणु शक्ति वाला युद्धपोत एक कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का नेतृत्व कर रहा था , जिसे विवादित दक्षिण चीन सागर पर गश्त के लिए लाया गया था। हालांकि अमरीकी सेना ने विवादित क्षेत्र में इसे नियमित प्रशिक्षण बताया है।
दरअसल, यह युद्धपोत अमरीका के डिफेंस सहयोगी फिलिपींस के पोर्ट की ओर बढ़ा है। आपको बता दें कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में नेवल पट्रोल (नौसैनिक गश्ती) करने वाला केवल अमरीका अकेला देश नहीं है। यहां चीन, जापान और अन्य दक्षिणपूर्व एशियाइ देशों की नौसेनाएं गश्त करती रहती हैं।