Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Jun, 2022 03:56 PM
हाल ही में एक महिला साइकिल चालक (female cyclist) द्वारा अपने कोच पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर की महिला नाविक (female silor) ने टीम के कोच पर जर्मनी यात्रा के दौरान उन्हें ‘असहज'' महसूस कराने का आरोप लगाया है।
नेशनल डेस्क: हाल ही में एक महिला साइकिल चालक (female cyclist) द्वारा अपने कोच पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर की महिला नाविक (female silor) ने टीम के कोच पर जर्मनी यात्रा के दौरान उन्हें ‘असहज' महसूस कराने का आरोप लगाया है। एक सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने इस मामले में कई बार भारतीय याचिंग महासंघ (YAI) से संपर्क किया लेकिन जब उसे कोई जवाब नहीं मिला, तो उसने बीती रात भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) से हस्तक्षेप करने की मांग की। साई ने अब दिन के अंत तक महासंघ से रिपोर्ट मांगी है, जिसमें पूछा गया है कि क्या नाविक ने उनसे पहले संपर्क किया था, और अगर ऐसा है तो मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया।
साई के सूत्र ने कहा, ‘‘साई को एक महिला नाविक से शिकायत मिली है कि जर्मनी के दौरे पर एक कोच उसे असहज महसूस करा रहा था। नाविक ने दावा किया कि उसने इस मामले में पहले महासंघ से संपर्क किया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद उसने साई का दरवाजा खटखटाया।'' उन्होंने कहा, ‘‘ साई ने इस गंभीर मामले पर भारतीय याचिंग महासंघ से रिपोर्ट मांगी है। इस शिविर का प्रस्ताव और आयोजन वाईएआई द्वारा किया गया था और साई ने एसीटीसी के जरिए इसका वित्त पोषण किया था।
खिलाड़ी ने जिस कोच पर आरोप लगाया है उसे महासंघ ने नियुक्त किया था और उनके प्रस्ताव के अनुसार ही दल में शामिल किया गया था।'' साई ने एथलीट से भी संपर्क किया है, जिसने दावा किया था कि अभ्यास के दौरान कोच द्वारा ‘मानसिक दबाव' बनाया जा रहा था। नाविक ने कोच द्वारा किसी तरह के यौन उत्पीड़न का उल्लेख नहीं किया है। विचाराधीन कोच तीन बार का ओलंपियन है और भारतीय नौसेना टीम का कोच है।