Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Jun, 2018 08:22 AM
विपक्षी दलों की ओर से हर चुनाव के बाद इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर निशाना साधे जाने को लेकर चुनाव आयोग ने कड़ी टिप्पणी की है। शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने राजनीतिक दलों पर बरसते हुए कहा कि ई.वी.एम. को ‘बलि का बकरा’ बनाया जा रहा है...
नई दिल्ली: विपक्षी दलों की ओर से हर चुनाव के बाद इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर निशाना साधे जाने को लेकर चुनाव आयोग ने कड़ी टिप्पणी की है। शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने राजनीतिक दलों पर बरसते हुए कहा कि ई.वी.एम. को ‘बलि का बकरा’ बनाया जा रहा है क्योंकि वह बोल नहीं सकती। चुनावों में बैलेट पेपर के इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए रावत ने कहा, ‘‘हार को हजम न कर पाने वाले राजनीतिक दलों को ठीकरा फोड़ने की जरूरत होती है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले साल जुलाई में हुई सर्वदलीय बैठक में यह फैसला लिया गया था कि भविष्य में सभी चुनाव ई.वी.एम. से होंगे और सभी में वी.वी.पैट की सुविधा होगी। इससे मतदाताओं को पता चल सकेगा कि उन्होंने जिसे वोट दिया है उसे ही मिला है या नहीं।
चुनाव की व्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वसनीयता के लिए वोटर वैरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वी.वी.पैट) की व्यवस्था शुरू की है। कुछ घंटों के भीतर ही चुनाव आयोग नतीजों का ऐलान कर देता है लेकिन इससे लोगों को पता चल सकेगा कि उनका वोट किसको गया है और इससे प्रक्रिया में भरोसा बढ़ेगा। पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव आयुक्त से चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक करने आए रावत ने जल्दी लोकसभा चुनाव करवाए जाने की बाबत कहा कि इस बारे में सरकार से अब तक कोई संकेत नहीं मिला है।