Edited By Pardeep,Updated: 10 Jan, 2020 11:38 PM
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का वहां हो रहे विरोध प्रदर्शन में सामिल होना बड़ा मुद्दा बन गया। लोग दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट जो दीपिका के जेएनयू जाने का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरा गुट इसका विरोध...
नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का वहां हो रहे विरोध प्रदर्शन में सामिल होना बड़ा मुद्दा बन गया। लोग दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट जो दीपिका के जेएनयू जाने का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरा गुट इसका विरोध कर उन्हें देश विरोधी बता रहा है। इस बीच दीपिका के जेएनयू में मौन प्रदर्शन को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी अपनी राय दी।
रघुराम राजन ने दीपिका की सराहना करते हुए कहा कि JNU में उनके द्वारा किया गया शांतिपूर्वक विरोध इस बात को दर्शा रहा है कि कुछ लोगों के लिए सच्चाई, आजादी और न्याय केवल बुलंद शब्द ही नहीं है, बल्कि इसके लिए वो त्याग भी कर सकते हैं। उन्होंने लिंक्डइन पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात रखी और दीपिका के कदम को प्रेरणा बताया। उन्होंने दीपिका का नाम लिए बिना ही कहा कि जेएनयू जाकर उन्होंने अपनी फिल्म को लेकर जोखिम उठाया, जो सबके लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने करीब 650 शब्दों के अपने ब्लॉग में जेएनयू, लोकतंत्र और भारत के मौजूदा हालात पर कई बातें लिखी।
अपने पोस्ट में दीपिका के अलावा अपने ब्लॉग में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा की भी तारीफ की और लिखा कि जिस तरह लवासा ने खुद पर और अपने परिवार पर हुए उत्पीड़न के बावजूद काम करना जारी रखा, ये दर्शाता है कि वो लोग सच्चाई, स्वतंत्रता और इंसाफ के लिए न सिर्फ़ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं बल्कि आदर्शों के लिए त्याग भी करते हैं। आपको बता दें कि बीजेपी के दोबारा सत्ता में आने के बाद लवासा के परिवार के 5 सदस्यों के खिलाफ जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। उन्होंने जेएनयू हिंसा को चिंताजनक बताया।