Edited By shukdev,Updated: 08 May, 2020 10:02 PM
रक्षा मंत्रालय ने वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के लिए 37 हवाई पट्टियों पर आधुनिक ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए टाटा पावर एसईडी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पर करीब 1,200 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना.....
नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय ने वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के लिए 37 हवाई पट्टियों पर आधुनिक ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए टाटा पावर एसईडी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पर करीब 1,200 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस प्रस्ताव को पहले ही स्वीकृति दे चुके हैं।
इस परियोजना में सीएटी-2 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) और सीएटी-2 एयरफील्ड लाइटनिंग सिस्टम (एएफएलएस) आदि आधुनिक उपकरण लगाना और उन्हें चालू करना शामिल है। हवाई पट्टी के आसपास लगे उपकरण प्रत्यक्ष रूप से एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े रहेंगे, जिससे हवाई यातायात नियंत्रकों को एयरफील्ड सिस्टम्स पर नियंत्रण में आसानी रहेगी। बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण से कम द्दश्यता और खराब मौसम में भी सैन्य और नागरिक विमानों का हवाई परिचालन आसान बनेगा और इससे परिचालन क्षमता में सुधार के साथ हवाई सुरक्षा भी बढाई जाएगी।
इस समझौते से मौजूदा परिस्थितियों में घरेलू उद्योग को प्रोत्साहन मिलेगा। परियोजना से 250 सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों को फायदा मिलेगा। इस समझौते से बाजार में बहुप्रतीक्षित पूंजी का प्रवाह होगा और संचार, विमानन तकनीक, सूचना प्रौद्योगिकी के साथ सामान्य और विद्युत उपकरण और निर्माण जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे।