Edited By vasudha,Updated: 06 Oct, 2018 02:54 PM
गुजरात में गिर के शेरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) और प्रोटोजोआ संक्रमण के चलते गिर अभयारण्य में अब तक 26 में से 23 शेरों की मौत हो चुकी है...
नेशनल डेस्क: गुजरात में गिर के शेरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) और प्रोटोजोआ संक्रमण के चलते गिर अभयारण्य में अब तक 26 में से 23 शेरों की मौत हो चुकी है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने इस पर चिंता प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा।
पटेल ने पत्र में लिखा कि इनके संरक्षण के लिए 1000 करोड़ रुपये का कोष बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गिर उद्यान के शेरों के लिए भी ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम शुरू किया जाए। पिछले तीन सप्ताह में गिर राष्ट्रीय उद्यान में 23 से अधिक शेरों की मौत हो चुकी है और 2016 से अब तक 180 से ज्यादा शेर मरे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि गिर शेर गुजरात का गौरव है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि बड़े पैमाने पर मौतों का कारण लापरवाही है। उनकी मौत के कारण कोई रातोंरात पैदा नहीं हुए, बल्कि यह राज्य सरकार के लंबे समय से चले जा आ रहे कुप्रबंधन एवं खराब देखभाल का परिणाम हैं। पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार इन शेरों के संरक्षण के लिए 1000 करोड़ रुपये का कोष बना सकती है और प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम शुरू कर सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर आपने (मोदी) इसी तरह के सुझाव दिए थे। ऐसे में मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेरे प्रस्ताव से सहमत होंगे।