Edited By Pardeep,Updated: 21 Dec, 2020 11:07 PM
कोरोना के नए स्ट्रेन को सुपर स्प्रेडर कहा जाता है। एहतियात के तौर पर तमाम देशों ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। भारत में 31 दिसंबर तक फ्लाइट्स पर रोक है। वहीं ब्रिटेन सरकार ने तमाम सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगा दी है। ब्रिटेन की...
नई दिल्लीः देशभर में कोरोना के मामले कम होते जा रहे थे। ऐसे में लग रहा था कि अब जल्दी ही सब कुछ वैसा ही हो जाएगा जैसे इस साल के शुरुआत में था। लेकिन ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए रूप के मिलने से पूरी दुनिया में एकबार फिर से हड़कंप मच गया है। भारत में भी इसको लेकर बैठकें हो रही हैं और बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। कोरोना वायरस के म्यूटेशन के बारे में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि अभी तक देश में इस तरह का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
यूके ने नए म्यूटेशन को पहचाना है- गुलेरिया
एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि ब्रिटेन ने कोरोना वायरस के नए म्युटेशन को ऑब्जर्व किया है। उन्होंने ये देखा है कि कोरोना का ये जो नया म्युटेशन हुआ है, जो लंदन और साउथ ब्रिटेन में पाया गया है, उन्होंने ये ऑब्जर्व किया है जहां भी ये म्युटेशन हुआ है वहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। तो इससे ये नतीजा निकला है कि ये ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
अब तक भारत में कोई केस नहीं: गुलेरिया
नए स्ट्रेन को लेकर भारत की तैयारी से जुड़े सवाल पर डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि भारत में अब तक ऐसा कोई केस सामने नहीं आया है। लेकिन अब जो केस आ रहे हैं उनकी टेस्टिंग बहुत जरूरी है क्योंकि अभी तक हम सिर्फ ये देख रहे थे कि कोई पॉजिटिव है या नहीं है। अब हमें कुछ हद तक वायरस की जेनेटिक सीक्वेंस देखने की भी जरूरत पड़ेगी। खासकर जो लोग यूके से आ रहे हैं कि उनमें किसी के अंदर नए स्ट्रेन का जेनेटिक सीक्वेंस तो नहीं है। और अगर है तो उन लोगों को हम आइसोलेट करें, उन लोगों की सर्विलांस ज्यादा करें, उनकी कांटैक्ट ट्रेसिंग ज्यादा करें जिससे कि हमारे कम्युनिटी में ये स्ट्रेन ज्यादा न फैले।