Edited By Anil dev,Updated: 11 Apr, 2018 11:17 AM
वायुसेना के अधिकारी अरुण मारवाह ने कोच्चि और कसौली एयरबेस की ऐसी सूचनाएं लीक की थी जिसके चलते देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी। इसलिए एयरफोर्स को अपने प्लान को बदलना चाहिए और इन एयरबेस के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने चाहिए। यही नहीं,...
नई दिल्ली (संजीव यादव): वायुसेना के अधिकारी अरुण मारवाह ने कोच्चि और कसौली एयरबेस की ऐसी सूचनाएं लीक की थी जिसके चलते देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी। इसलिए एयरफोर्स को अपने प्लान को बदलना चाहिए और इन एयरबेस के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने चाहिए। यही नहीं, एयरफोर्स का हैडक्वार्टर बेहद संवेदनशील जगह है, जिसकी सुरक्षा में बड़ी सेंध है, ये बातें दिल्ली पुलिस ने फरवरी में गिरफ्तार किए गए वायुसेना के अधिकारी के खिलाफ दायर आरोप पत्र में कही है। बता दें कि ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को दिल्ली पुलिस ने इंटेलिजेंस की सूचना पर गिरफ्तार किया था। मारवाह पर पाकिस्तान को भारतीय एयरफोर्स की सूचना लीक करने का आरोप है। दायर आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस ने बताया है कि गु्रप कैप्टन अरुण मारवाह ने एक नहीं करीब 12 से अधिक ब्लूप्रिंट लीक किए थे, ये वो प्रिंट थे जो अगर किसी भी एजैंसी के हाथ लग जाए तो वह एयरफोर्स को बड़ी चोट पहुंचा सकता है। यही नहीं, वह चाहे तो दो एयरबेस में आसानी से दाखिल भी हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इसकी जानकारी रक्षा मंत्रालय और केन्द्र सरकार को भी दे दी गई है ताकि एयरफोर्स की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा सकें।
एयरफोर्स ने बदल दिए हैं प्लान:
कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक ग्रुप कैप्टन मारवाह के कारण एयरफोर्स को अपने 2018 के कई ब्लूप्रिंट बदलने पड़े हैं साथ ही तीन हथियारों की सौदेबाजी पर रोक लगाई गई है। बताया जाता है कि एयरफोर्स ने न सिर्फ ब्लूप्रिंट बदले है,बल्कि वेबसाइट सहित सभी अधिकारियों के कार्यक्षेत्रों में बदलाव कर दिया है, ताकि उन पर किसी भी तरह का खतरा न हो। अरुण मारवाह के चलते ही जासूसों को बुलाया गया वापस: जानकारी के मुताबिक ग्रुप कैप्टन ने वायुसेना के कई ऐसे लोगों के नाम भी लीक कर दिए थे जो विदेशों सहित पाक में हमारे यहां बतौर एजेंट के तौर पर हैं, इसलिए तत्काल उन्हें वापस बुला लिया गया है ताकि उनकी सुरक्षा बनी रहे।
जांच का दायरा बढ़ा है, एयरफोर्स कर रही है जांच
कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने बताया कि एयरफोर्स को कई नाम दिए गए है,जिनकी वह आतंरिक जांच कर रही है। इसके अलावा कई फेसबुक अकाउंट सहित साइटों की भी जांच चल रही है। पुलिस के मुताबिक अब तक दिल्ली पुलिस 271 ऐसे फर्जी प्रोफाइल को ब्लॉक कर चुकी है जो लड़कियों के नाम से बने हैं और उनके दोस्त सुरक्षाकर्मी या ऐसे लोग है जिनके जिम्मे देश की आतंरिक सुरक्षा है।
ये था प्रकरण
एयरफोर्स में इंटेलिजेंस विंग के मुखिया थे ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह
9 फरवरी को दिल्ली की स्पेशल सेल ने किया था गिरफ्तार
दिसम्बर 2017 में दो महिलाओं के जाल में सोशल मीडिया पर फंसे थे
अभी तक किरण रंधावा कौन थी, पता नहीं चला