Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 09:11 PM
एयर इंडिया को चार अलग—अलग कंपनियों में बांटकर निजी हाथों में बेचा जाएगा। ब्लूमबर्ग में सोमवार को आई रिपोर्ट में बताया गया कि भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित विनिवेश योजना के हिस्से के रूप में एयर इंडिया को चार अलग-अलग कंपनियों में विभाजित करेगा। एयर...
नेशनल डेस्क: एयर इंडिया को चार अलग—अलग कंपनियों में बांटकर निजी हाथों में बेचा जाएगा। ब्लूमबर्ग में सोमवार को आई रिपोर्ट में बताया गया कि भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित विनिवेश योजना के हिस्से के रूप में एयर इंडिया को चार अलग-अलग कंपनियों में विभाजित करेगा। एयर इंडिया में विनिवेश से ज्यादा रकम पाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने इस बात की जानकारी दी है। सिन्हा ने कहा कि यह प्रक्रिया 2018 के अंत तक पूरी कर ली जाएगी।
ऐसे होगा एयर इंडिया का बंटवारा
कंपनी को मुख्य एयरलाइन कारोबार, क्षेत्रीय शाखाएं, जमीनी परिसंचालन और इंजीनयिरिंग परिचालन के हिस्से में बांटा जाएगा। मुख्य एयरलाइन कारोबार में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल है, जिन्हें एक कंपनी के तौर पर पेश किया जाएगा। सिन्हा ने कहा कि सरकार एयरइंडिया के सामान्य कर्ज का वहन करेगी।
जल्द होगी बंटवारे की घोषणा
इससे पहले भी बीते हफ्ते नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने बताया था कि अगले 6 से 8 महीनों में कंपनी की बोली की घोषणा हो जाएगी। उसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी करने और कंपनी की संपत्ति ट्रांसफर करने में कुछ महीने का वक्त लगेगा।
कई सालों से घाटे में चल रही एयर इंडिया
एयर इंडिया कई साल से घाटे में ही चल रही है। 2007 में एयर इंडिया में उसके घरेलू परिचालन इंडियन एयरलाइंस का विलय किया गया था लेकिन कंपनी घाटे में रही। 2015-16 में इस सरकारी कंपनी को 4,310 करोड़ का घाटा हुआ जबकि पिछले वित्त वर्ष यह घाटा बढ़कर 6,280 करोड़ हो गया।