Edited By shukdev,Updated: 06 Dec, 2018 08:30 PM
भारत में वायु प्रदूषण से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2017 में वायु प्रदूषण के कारण 12.4 लाख लोगों की मौत हुई। इस बात का खुलासा एक ताजा अध्ययन से हुआ है। दिल्ली में वायु प्रदूषण का मानदंड पीएम 2.5 अंक मापा गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश और...
नई दिल्ली: भारत में वायु प्रदूषण से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2017 में वायु प्रदूषण के कारण 12.4 लाख लोगों की मौत हुई। इस बात का खुलासा एक ताजा अध्ययन से हुआ है। दिल्ली में वायु प्रदूषण का मानदंड पीएम 2.5 अंक मापा गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश और हरियाणा का स्थान है अध्ययन में कहा गया है कि पिछले वर्ष भारत में हुई 8 मौतों में से एक वायु प्रदूषण के कारण हुई।
अध्ययन में कहा गया कि देश में वायु प्रदूषण के कारण लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। अगर यह वायु प्रदूषण न्यूनतम स्तर पर हो तो लोगों का जीवन बेहतर हो सकता है। लॉंसेंट प्लेमेट्री हेल्थ जनरल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि विश्व की कुल जनसंख्या का 18 प्रतिशत भारत में है। भारत में 26 प्रतिशत लोग समय से पूर्व वायु प्रदूषण से मर जाते हैं। 2017 में वायु प्रदूषण से 12.4 लाख मौतो में से आधी मौते 70 वर्ष से कम उम्र के लोगों की हुई है।
अध्ययन में कहा गया है कि उत्तर भारत के राज्यों में बाहरी वायु प्रदूषण स्तर बहुत उंचा है पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में मरने वाले लोगों की संख्या 2.60 लाख से अधिक दर्ज की गई। महाराष्ट्र में 1.6 हजार और विहार में 96967 मौतें रिकार्ड की गई । अध्ययन में कहा गया कि 6.7 लाख मौतें बाहरी हवा के कारण हुई जबकि 4.8 लाख मौतें घरों के प्रदूषण से हुई।