Edited By shukdev,Updated: 15 Jan, 2019 06:29 PM
दिल्ली में सोमवार को हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। हवा की तेज रफ्तार के कारण प्रदूषण का स्तर अपेक्षाकृत कम रहने की संभावना है। प्रदूषकों को दूर करने में इसका ‘सकारात्मक प्रभाव’ हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी)...
नई दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। हवा की तेज रफ्तार के कारण प्रदूषण का स्तर अपेक्षाकृत कम रहने की संभावना है। प्रदूषकों को दूर करने में इसका ‘सकारात्मक प्रभाव’ हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 237 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
गौरतलब है कि एक्यूआई 100 और 200 के बीच हो तो हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ मानी जाती है। यदि यह 201 और 300 के बीच हो तो हवा की गुणवत्ता ‘खराब’, 301 और 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और यदि 401 और 500 के बीच हो तो ‘अत्यंत गंभीर’ मानी जाती है। अधिकारियों ने बताया कि बीते रविवार तक हवा की गुणवत्ता ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी में थी, लेकिन हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा होने से स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ यह ‘खराब’ श्रेणी में आ गई।
सीपीसीबी ने कहा कि करीब 26 इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ और पांच में ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ दर्ज की गई।