Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Feb, 2021 03:18 PM
बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो 2021 चल रहा है। एयरो इंडिया शो में भारत की ताकत देखने को मिल रही है। इसी बीच एयरफोर्स चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने कहा कि जब से राफेल की तैनाती हुई है तब से चीनी कैंप में खलबली है। एयरफोर्स चीफ ने कहा कि चीन ने पूर्वी...
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो 2021 चल रहा है। एयरो इंडिया शो में भारत की ताकत देखने को मिल रही है। इसी बीच एयरफोर्स चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने कहा कि जब से राफेल की तैनाती हुई है तब से चीनी कैंप में खलबली है। एयरफोर्स चीफ ने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख के करीबी क्षेत्रों में अपना जे-20 लड़ाकू विमान तैनात किया था लेकिन जब से इस क्षेत्र में राफेल की तैनाती की गई है तब से वह पीछे हट गए हैं। भदौरिया ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चल रहे तनाव को लेकर भारत-चीन के बीच वार्ता चल रही है। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अगर वार्ता सकारात्मक होती है तो यह अच्छा है, वर्ना भारतीय सेना किसी भी स्थिति का सामना करने को तैयार है।
भदौरिया ने कहा कि भारत की सुरक्षा चुनौती हमारी भोगौलिक विविधता तथा खतरों की तरह ही अनिश्चित हैं। भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए जिस तरह का अनुभव हासिल किया है वह दूसरे देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। भारतीय वायु सेना ने क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता बनाए रखने के लिए साझा मूल्यों वाले देशों के साथ मिलकर कई द्विपक्षीय और बहुराष्ट्रीय अभ्यास किए हैं। इस दौरान युद्ध के तरीके भी बदले हैं और नयी प्रौद्योगिकी के आने से युद्ध कौशल तथा इसके तरीके बदल गए हैं।
साथ ही सीमाओं की समझ के मायने भी बदले हैं। अब बिना किसी चेतावनी के कोसों दूर और समंदरों के पार से भी हमला हो सकता है। इसका असर भी कई देशों पर पड़ सकता है। ऐसे में इन खतरों से मिलकर निपटने की जरूरत है। इसके लिए जानकारी साझा करने के लिए सहयोग पर आधारित नेटवर्क आधारित रूख अपनाए जाने की जरूरत है।