Edited By vasudha,Updated: 21 Sep, 2019 01:29 PM
अलका जहां से चलीं थीं, एक बार फिर वहीं आकर खड़ी हो गई हैं। उन्होंने पहले भी कांग्रेस से टिकट पाने के लिए दबाव बनाया था लेकिन सफलता नहीं मिलने पर वह आम आदमी पार्टी में शामिल होकर चांदनी चौक से चुनाव जीत गई थीं...
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): अलका जहां से चलीं थीं, एक बार फिर वहीं आकर खड़ी हो गई हैं। उन्होंने पहले भी कांग्रेस से टिकट पाने के लिए दबाव बनाया था लेकिन सफलता नहीं मिलने पर वह आम आदमी पार्टी में शामिल होकर चांदनी चौक से चुनाव जीत गई थीं। एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल होने के बाद वह चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ पाएंगी या किसी अन्य क्षेत्र से, इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होनी शुरू हो गई हैं।
पिछले पौने पांच साल से आम आदमी पार्टी में रहकर शानदार पारी खेलने वाली अलका ने कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी से सम्पर्क साधकर कांग्रेस का दामन एक बार फिर से थाम लिया है। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मानते हैं कि एक सीटिंग एमएलए कांग्रेस में शामिल हुआ है, इसलिए विधानसभा चुनाव में उनका दावा कमजोर नहीं माना जा सकता। वैसे भी जब सोनिया गांधी के आवास उन्हें पार्टी में शामिल किया गया है, तो उनका टिकट शायद ही कोई काट पाए। लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि अलका चांदनी चौक से ही चुनाव लड़ पाएंगी या फिर किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र से उन्हें उतारा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार इसका कारण यह है कि अलका लांबा से पहले कांग्रेस के प्रहलाद सिंह साहनी कई बार इसी क्षेत्र से चुनाव जीते थे। इसके अलावा इसी लोकसभा का चुनाव लड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल के पुत्र मुदित अग्रवाल भी चुनाव लडऩा चाहते हैं। अब देखना यह होगा कि विरोधी पार्टी की पूर्व विधायक को कांग्रेस की ओर से चुनाव में उतारा जाएगा या नहीं। पार्टी में यह भी चर्चा है कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा कुछ दिन बाद नवरात्र में दिल्ली प्रदेश पार्टी के अध्यक्ष का ऐलान कर दिया जाएगा।