Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 11:32 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने तीन तलाके के मुद्दे रविवार को एक आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक लखनऊ के नदवा कॉलेज में होगी। यह बैठक इसीलिए भी महत्वपूर्ण है कि क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक पर संसद में एक विधेयक पेश किया जाने...
नेशनल डेस्क: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने तीन तलाके के मुद्दे रविवार को एक आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक लखनऊ के नदवा कॉलेज में होगी। यह बैठक इसीलिए भी महत्वपूर्ण है कि क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक पर संसद में एक विधेयक पेश किया जाने वाला है। इस मुद्दे पर बोर्ड और अन्य संगठन, मुस्लिम समाज की राय लेने की बात करते आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इस विधेयक के संसद में पेश होने से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसीलिए यह आपात बैठक बुलाई है ताकि उनसे बिना राय लिए विधेयक बनाने के सरकार के कदम की समीक्षा की जा सके।
संज्ञेय अपराध की श्रेणी में होगा तीन तलाक
भारत में तीन तलाक रोकने के लिए मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक बनाया गया है, जिसे तीन तलाक बिल भी कहा जा रहा है। इस बिल के तहत तीन तलाक को संज्ञेय और गैर जमानती अपराध बनाने का प्रावधान है। इसी के साथ एक बार में तीन तलाक देने वाले को तीन साल तक की कैद और जुर्माने का प्रावधान भी इसमें जोड़ा गया है।
आस्था व धर्म का नहीं है विषय
मुस्लिम संगठन शुरू से यह बात कहते आ रहे हैं कि विधेयक के बारे में उनसे राय की जानी चाहिए। हालांकि, सरकार ने साफ किया है कि यह मुद्दा लैंगिक समानता, न्याय और महिलाओं के सम्मान की मानवीय अवधारणा का है, न कि आस्था और धर्म का।