Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Nov, 2020 03:24 PM
हिमाचल प्रदेश भी कोरोना महामारी से अछूता नहीं रहा है। लेकिन लाहौल-स्फीति का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी के थोरांग गांव में एक शख्स को छोड़कर बाकी सभी लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं। यह शक्स कोरोना...
नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश भी कोरोना महामारी से अछूता नहीं रहा है। लेकिन लाहौल-स्फीति का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी के थोरांग गांव में एक शख्स को छोड़कर बाकी सभी लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं। यह शक्स कोरोना संक्रमितों के बीच ही रह रहा है लेकिन वायरस के चपेट में नहीं आया। 52 साल के भूषण ठाकुर थोरांग गांव में अकेले ऐसे शख्स हैं जो कोरोना से बचे हुए हैं।
गांव के 41 लोग कोरोना संक्रमित
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, मनाली-लेह हाईवे पर स्थित थोरांग गांव में इन दिनों महज 42 निवासी हैं, क्योंकि अधिकतर लोग सर्दियों की वजह से कुल्लू जा चुके हैं। पिछले दिनों इन 42 लोगों की कोरोना जांच कराई गई तो पता चला कि 42 में से 41 कोरोना संक्रमित हैं। भूषण ठाकुर के परिवार के पांच सदस्य भी करोना संक्रमित निकले।
जानिए भूषण ठाकुर ने कैसे बचे कोरोना से
सबके दिमाग में एक ही सवाल है कि आखिरकार कैसे भूषण ठाकुर ने इस महामारी से खुद को बचाए रखा। आखिर यह कैसे संभव हुआ?, इस सवाल पर भूषण ठाकुर ने प्रेरित करने वाला जवाब दिया। भूषण ठाकुर ने कहा कि जब तक कोरोना टेस्ट नहीं हुए थे वे परिवार के साथ ही थे लेकिन अब कुछ दिनों से अलग रूम में रह रहे हैं। अपना खाना भी वह खुद ही बना रहे हैं। भूषण ठाकुर ने कहा कि वह कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। भूषण ने कहा कि वह कोरोना प्रोटोकॉल्स जैसे-हाथ धोना, फेस मास्क पहनना और सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंशिंग बनाए रखना आदि का पूरा ध्यान रखते हैं। भूषण ने कहा कि लोगों को इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि सर्दी आ गई है, अब लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
एक कार्यक्रम में इकट्ठे हुए थे गांव वाले
रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ दिन पहले एक धार्मिक कार्यक्रम में सभी गांव वाले एकत्रित हुए थे। गांव में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के पीछे यही वजह बताई जा रही है। आसपास के गांवों में भी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं। लाहौल-स्फीति के मेडिकल ऑफिसर डॉ. पालजोर ने कहा कि उनकी टीम लोगों से खुद आगे आकर कोरोना टेस्ट करवाने को कह रही है। जिले में अब तक 856 लोग संक्रमित पाए गए हैं। डॉक्टर ने कहा कि स्फीति के गांवों में बड़ी संख्या में लोगों का संक्रमित होना भी चिंता का विषय है। स्फीति के रांगरिक गांव में 28 अक्तूबर को 39 लोग संक्रमित पाए गए जबकि अब यह संख्या बढ़ गई है।