Edited By Monika Jamwal,Updated: 06 Jul, 2022 11:06 PM
विशेष पूजा अर्चना के लिये पवित्र च्छड़ी मुबारकज् 13 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के पारंपरिक आधार शिविर पहलगाम ले जाया जाएगा।
श्रीनगर : विशेष पूजा अर्चना के लिये पवित्र च्छड़ी मुबारकज् 13 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के पारंपरिक आधार शिविर पहलगाम ले जाया जाएगा। छड़ी मुबारक के संरक्षक ने इसकी जानकारी दी ।
संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि ने बयान जारी कर कहा कि सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार छड़ी-मुबारक स्वामी अमरनाथ जी वार्षिक तीर्थयात्रा के पारंपरिक शुभारंभ के साथ पहलगाम में 13 जुलाई को 'भूमि-पूजन', 'नवग्रह पूजन' और 'ध्वजारोहण' जैसे अनुष्ठानों का आयोजन 'आषाढ़-पूर्णिमा' (व्यास-पूर्णिमा) के शुभ अवसर पर किया जाएगा।
सभी अनुष्ठान पूरे होने के बाद छड़ी मुबारक उसी दिन यहां दशनामी अखाड़े में लौट आएगी।
उन्होंने कहा कि श्री अमरेश्वर मंदिर दशनामी अखाड़े में 31 जुलाई को छड़ी-मुबारक की पूजा करने से पहले उसे 28 जुलाई को यहां के ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर और 29 जुलाई को शारिका भवानी मंदिर में ले जाया जाएगा।
महंत गिरि दो अगस्त को 'नाग-पंचमी' के शुभ अवसर पर यहां दशनामी अखाड़े में छड़ी-पूजन करने के बाद 12 अगस्त को 'श्रावण-पूर्णिमा' पर पवित्र गदा को पवित्र अमरनाथ गुफा में ले जाएंगे।
महंत के मुताबिक सात और आठ अगस्त को पहलगाम, नौ अगस्त को चंदनवाड़ी, 10 अगस्त को शेषनाग और 11 अगस्त को पंचतरणी में रात्रि विश्राम होगा।
गिरि ने सरकार से भगवान शिव की पवित्र गदा की इस यात्रा के साथ जाने वाले साधुओं और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था करने और उचित उपाय करने का आग्रह किया है।
वार्षिक 43-दिवसीय अमरनाथ यात्रा 30 जून को दोनों आधार शिविरों - दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में बालटाल मार्ग से शुरू हुई। यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।